हैदराबाद : तटीय आंध्र और रायलसीमा में अखंड आंध्र के समर्थकों ने राज्य के प्रस्तावित विभाजन के विरोध में आज बड़े स्तर पर प्रदर्शन किये.कांग्रेस के पृथक तेलंगाना के समर्थन में अपने फैसले की घोषणा करने के बाद 23वें दिन कुरनूल के रायलसीमा शहर में विरोध प्रदर्शन किये गये जिनमें छात्रों और समाज के अन्य वर्गों ने भाग लिया.
एकीकृत आंध्र के समर्थकों ने लाक्षा गला घोषा ( एक लाख आवाजों की मांग) नामक इस रैली में बड़ी संख्या में भाग लिया.अखंड आंध्र के समर्थन में यहां सचिवालय के कर्मियों ने राज्य विभाजन के विरोध के तौर पर रक्तदान शिविर आयोजित किया.कर्मियों ने दो सितंबर से हड़ताल पर जाने के निर्णय की घोषणा की है.सीमांध्र जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार समैक्य आंध्र के समर्थन में अध्यापकों ने आज से अपनी हड़ताल शुरु की जिसके कारण स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां बाधित हुईं.
विभिन्न सरकारी विभागों के कर्मचारियों ने अखंड राज्य के समर्थन में 12 अगस्त से हड़ताल शुरु की थी.विशाखापत्तनम में छात्रों की संयुक्त कार्य समिति (जेएसी) ने कहा कि वे बंगाल की खाड़ी और तटीय इलाकों में नदियों एवं नहरों पर (जल दीक्षा) कार्यक्रम आयोजित करेंगे.
उन्होंने रायलसीमा और तटीय आंध्र के क्षेत्रों से केंद्रीय मंत्रियों से मांग की कि वे कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाने के लिए अपने इस्तीफे दे दें.इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार के कार्यालयों में भी विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना की घोषणा की.वकीलों ने अनंतपुर में अदालत परिसर के बाहर 48 घंटे की भूख हड़ताल शुरु की और कर्मियों ने जिले में कुछ कार्यालयों में ताले लगा दिये.