नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने परिवार वालों से कम मिलते हैं. पिछले 13 साल में प्रधानमंत्री अपने भाई पह्लाद मोदी से सिर्फ तीन बार मिले हैं. हालांकि मुलाकात कम होने के बाद भी पह्लाद मोदी कहते हैं कि भाई के साथ उनके रिश्ते अच्छे हैं. पह्लाद यह उम्मीद भी करते हैं प्रधानमंत्री सार्वजनिक वितरण प्रणाली(पीडीएस) में आ रही परेशानियों को दूर करेंगे.
प्रह्लाद राशन के दुकानदारों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे. प्रहलाद एआईएफपीएसडीएफ के उपाध्यक्ष भी हैं. उन्होंने कहा कि वह काम के कारण दिल्ली आते जाते रहते हैं. लेकिन वह नमस्कार कहने तक के लिए 7, रेस कोर्स रोड स्थित प्रधानमंत्री के सरकारी आवास तक पर भी नहीं जाते.
पह्लाद ने कहा हमारी बात ना तो फोन पर होती है और ना ही हमारी मुलाकात जल्दी होती है. पिछले 13 वर्षों में मैंने बड़े भाई से केवल तीन बार मुलाकात की है, क्योंकि उन्होंने पहले ही परिवार को त्याग दिया था और देश के कल्याण के लिए उन्होंने अपनी जिंदगी समर्पित कर दी. पह्लाद की मुलाकात तब भी नहीं हुई जब वह पिछले वर्ष प्रधानमंत्री पद का शपथ लेने के बाद माताजी का आशीर्वाद लेने गांधीनगर पहुंचे थे.
दिल्ली के इस कार्यक्रम में उन्होंने कई सवालों के जवाब दिये. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि प्रधानमंत्री के भाई होने के नाते वह कोई सुविधा भोग रहे हैं,प्रह्लाद ने कहा, मैं एक दुकानदार हूं. प्रधानमंत्री का सगा भाई होने पर भी कोई विशेषाधिकार या सुविधा नहीं भोगता. लेकिन हां प्रोटोकॉल के तहत मुझे सुरक्षा मुहैया कराई गई है. उनसे प्रधानमंत्री की पत्नी के विषय में भी सवाल किया गया उन्होंने कहा, हमारा परिवार नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन के साथ बेहतर रिश्ता रखता है. वह अपने भाई के साथ उंझा में रहती हैं. हम यदा-कदा मिलते रहते हैं.