नयी दिल्लीः रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) एक बार फिर विवादों में आया है. अग्नि-5 मिसाइल कार्यक्रम के परियोजना निदेशक रहे आरके गुप्ता को पद से हटा दिया गया है. इसके बाद उन्होंने संगठन में खुद को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है. गुप्ता ने रक्षा मंत्रालय को भेजी अपनी शिकायत में यह आरोप लगाया है.
एक ओर जहां डीआरडीओ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गुप्ता का तबादला सामान्य प्रक्रिया के तहत हुआ है, वहीं गुप्ता ने आरोप लगाया है कि संगठन में दो वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें चुनिंदा तरीके से निशाना बनाया है. उन अधिकारियों में पूर्व प्रमुख अविनाश चंदर भी शामिल हैं जिनका सेवाकाल 31 जनवरी को समाप्त हो गया
यह नया विवाद 31 जनवरी को अंतर-महाद्वीपीय मिसाइल अग्नि-5 के सफल परीक्षण के कुछ ही दिनों में सामने आया है. गुप्ता ने मंत्रालय को भेजी अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें नौ जनवरी को मंत्रालय की ओर से जारी हुआ पत्र दो फरवरी को प्राप्त हुआ. इस आदेश के मुताबिक मुझे अग्नि-5 के परियोजना निदेशक पद से हटा दिया गया है. मैं इस बात से अचंभित हूं. एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के साथ इतना बुरा बर्ताव किया गया, जबकि पूरे कार्यकाल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है.
गुप्ता ने रक्षा सचिव आरके माथुर को अपना यह शिकायती पत्र भेजा. माथुर डीआरडीओ का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं.गौरतलब है कि इससे पहले गुप्ता का नाम सरकार की ओर से डीआरडीओ पूर्व प्रमुख अविनाश चंदर का कांट्रेक्ट समाप्त किए जाने के मामले में भी सामने आया था. ऐसी अफवाह थी कि चंदर को उनके खिलाफ संगठन में तीन लोगों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों के कारण इस कार्रवाई का सामना करना पड़ा.