ने पई ताव : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने विदेश दौरे के दौरान मलेशियाई कंपनियों को बडे पैमाने पर भारत में आमंत्रित करते हुए कहा कि वहां उनके लिए बहुत सी संभावनाएं हैं क्योंकि उनकी सरकार महत्वाकांक्षी मेक ‘इन इंडिया’ अभियान को काफी महत्व दे रहे हैं. मोदी ने अपने मलेशियाई समकक्ष नजीब रजाक के साथ म्यांमार इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 12वीं आसियान भारत शिखर बैठक से अलग हुई द्विपक्षीय मुलाकात में यह आमंत्रण दिया.
म्यांमार, आस्ट्रेलिया और फिजी की दस दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन मोदी और रजाक के बीच बैठक हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक के तुरंत बाद ट्वीट किया, मैं मेक इन इंडिया पर काफी जोर दे रहा हूं और मलेशियाई कंपनियों को भारत आने का निमंत्रण देना चाहता हूं. वहां बहुत से अवसर हैं. भारत पारंपरिक रुप से निवेश के लिए जापान, दक्षिण कोरिया, यूरोप और अमेरिका पर निर्भर करता है.
मोदी ने नजीब को बताया कि मलेशिया और भारत ने पूर्व में एक साथ मिलकर काम किया है और दोनों देश उनके नेतृत्व में इस सहयोग को आगे बढा सकते हैं. किफायती आवास उपलब्ध कराने के क्षेत्र में मलेशिया की उपलब्धि को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि उसकी कंपनियां इस क्षेत्र में काम कर सकती हैं क्योंकि उनकी सरकार वर्ष 2022 तक प्रत्येक भारतीय को आवास मुहैया कराना चाहती है.
I am giving lot of emphasis to @makeinindia_ & want to invite Malaysian companies to come to India. There are lot of opportunities: PM
— PMO India (@PMOIndia) November 12, 2014
मोदी और नजीब ने एक दूसरे को उनके देश की यात्रा का निमंत्रण भी दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने मोदी-नजीब मुलाकात का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, सुधारकों की बैठक, सरकार तथा आर्थिक सुधारों पर विचारों को किया साझा. गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच जनवरी से नवंबर 2013 के बीच कुल कारोबार 123 अरब डालर का रहा था जबकि मलेशिया और चीन के बीच यह आंकडा 95 अरब डालर का था. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि इस द्विपक्षीय कारोबार को बढाने के शानदार अवसर हैं.
India's 'Act East' approach is important for the ASEAN; We support your 'Make in India ' policy-Thai PM to @PMOIndia pic.twitter.com/C5jzQ0yXst
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) November 12, 2014