नयी दिल्ली : शाहीन बाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली के लोगों को यह तय करने की जरूरत है कि वे ‘जिन्ना वाली आजादी’ चाहते हैं या ‘भारत माता की जय’.
जावड़ेकर ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर अल्पसंख्यकों के दिमाग में ‘जहर घोलने’ का भी आरोप लगाया. दिल्ली में 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व ने संशोधित नागरिकता कानून और यहां शाहीन बाग में एक महीने से भी अधिक समय से उसके खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया. जावड़ेकर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने वहां ‘जिन्ना वाली आजादी’ नारे लगाये जाते देखा है. अब दिल्ली के लोगों को तय करने की जरूरत है कि वे ‘जिन्ना वाली आजादी’ चाहते हैं या ‘भारत माता की जय’.
उन्होंने आप और कांग्रेस पर राष्ट्रीय राजधानी में सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन भड़काने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, दिल्ली के लोगों को दोनों ही पार्टियों से पूछना चाहिए कि उन्होंने हिंसा क्यों भड़कायी? शाहीन बाग प्रदर्शन के पीछे आप और कांग्रेस के बीच की साठगांठ ही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रदर्शन का समर्थन किया है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हिंसक सीएए विरोध प्रदर्शन के बाद मध्य दिसंबर में शाहीन बाग में प्रदर्शन शुरू हुआ था. उसकी वजह से नोएडा और दक्षिण पूर्व दिल्ली को जोड़ने वाली यह सड़क जाम है और बदरपुर, सरिता विहार, मदनपुर खादर और जसोला समेत आसपास के इलाके के लोगों को भारी परेशानी हो रही है.
जावडेकर ने कहा, वे (आप और कांग्रेस) बच्चों समेत अल्पसंख्यकों को गुमराह कर रही हैं और उनके दिमाग में जहर घोल रही हैं. उन्होंने कहा, केजरीवाल को ‘जिन्ना वाली आजादी ‘ नारे लगाने वाले लोगों से सहानुभूति है, न कि उत्पीड़न के शिकार (बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के) अल्पसंख्यकों से. आप ने भाजपा पर दिल्ली चुनाव से पहले विकास के मुद्दे से ध्यान बंटाने का आरोप लगाया है.