नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाने के लिए भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बृहस्पतिवार को पलटवार करते हुए उन्हें झूठों का सरदार कहा. भाजपा ने कहा कि असम में हिरासत केंद्र (डिटेंशन सेंटर) तब बनाये गये थे जब कांग्रेस केंद्र और राज्य दोनों ही जगह सत्ता में थी.
इससे पहले दिन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम में हिरासत केंद्र के मुद्दे पर देश से झूठ बोल रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है, लेकिन उनसे सार्वजनिक संवाद में शालीन भाषा की अपेक्षा करना बहुत ज्यादा है.
पात्रा ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 2011 में तत्कालीन कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान दिखाया जिसमें कहा गया था कि असम में हिरासत केंद्र स्थापित किये गये हैं. उन्होंने कहा, राहुल गांधी झूठों के सरदार हैं. असम में तीन हिरासत केंद्र उनकी पार्टी ने बनवाये थे, जो (उस वक्त) केंद्र और राज्य दोनों ही जगह सत्ता में थी. पात्रा ने असम सरकार द्वारा अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर जारी श्वेतपत्र भी दिखाया और दावा किया कि इसमें भी हिरासत केंद्र स्थापित करने की बात की गयी है. उन्होंने साथ ही कहा कि हिरासत केंद्रों और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) में कोई संबंध नहीं है.
उन्होंने कहा कि राफेल पर झूठ फैलाने के कारण राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट से माफी मांग चुके हैं और अब देश की जनता से झूठ बोल रहे हैं. पात्रा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जानना कुछ नहीं है, लेकिन बोलना सबकुछ है. उन्होंने कहा, किसी भी विषय पर राहुल गांधी जी को कोई ज्ञान नहीं है, मगर हर विषय पर बोलना है. इनका मकसद न तो एनपीआर का है, न सीएए का है. इनका मकसद एक है कि ये चाय वाला कैसे प्रधानमंत्री बन गया.
गांधी ने बृहस्पतिवार को मोदी पर उनकी उस टिप्पणी को लेकर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में कोई हिरासत केंद्र नहीं है. गांधी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया, आरएसएस के प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलते हैं. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो क्लिप भी डाली जिसमें मोदी कांग्रेस और उसके सहयोगियों तथा शहरी नक्सलियों पर यह अफवाह फैलाने का आरोप लगा रहे हैं कि मुस्लिमों को हिरासत केंद्रों में भेजा जायेगा. क्लिप में असम में एक कथित हिरासत केंद्र बनते हुए भी दिखाया गया है.