नयी दिल्लीःआईएनएक्स मीडिया धनशोधन मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के वकील ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक मांग रखी. वकील ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा तीन तारीखों पर उनके मुवक्किल से की गई पूछताछ का लिखित ब्यौरा उपलब्ध कराने की मांग की.
न्यायमूर्ति आर. भानुमति और न्यायमूर्ति ए.एस. बोपन्ना की पीठ धन शोधन मामले में चिदंबरम की अग्रिम जमानत रद्द करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर अपील पर सुनवाई कर रही है. चिदंबरम का पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि आरोपी की हिरासत मांगने के लिए ईडी अचानक ही और पीछे से ‘पीछे से” कोर्ट को नहीं दे सकता है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने निदेशालय द्वारा दर्ज आईएनएक्स मीडिया धन शोधन मामले में चिदंबरम को गिरफ्तारी से दी गई अंतरिम राहत मंगलवार तक के लिये बढ़ा दी थी.
चिदंबरम की संपत्ति विदेशों में भी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की संपत्ति विदेशों में भी हैईडी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर ऐफिडेविट में यह दावा किया है. इतना ही नहीं इसमें यह भी कहा गया है कि केस के सह-आरोपियों के साथ कांग्रेस नेता विदेशों में संपत्ति को बेचने और विदेशी बैंक खातों को बंद करने के सबूत से भी छेड़छाड़ कर रहे रहे हैं.
ईडी ने सोमवार को जांच के लिए कस्टडी बढ़ाने की मांग करते हुए यह दलील सामने रखी थी. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार चिदंबरम के कई देशों में बैंक खाते हैं. ईडी की ओर से दायर हलफनामे के अनुसार, चिदंबरम और केस के सह-आरोपियों ने अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्रिटिश, वर्जिन आइसलैंड, फ्रांस, ग्रीस, मलयेशिया, मोनाको, फिलीपींस, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका में संपत्ति के साथ- साथ बैंक अकाउंट भी खोले हैं.
फर्जी कंपनियों के जरिए इन देशों के बैंक खातों में लेन-देन का काम किया गया.ईडी की तरफ से दायर ऐफिडेविट से यह भी संकेत मिल रहे हैं कि पूर्व सांसद पुत्र कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी भी हो सकती है. दूसरी तरफ चिदंबरम के वकीलों ने कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं.