नयी दिल्ली : भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने वर्ष 2004 में एक बयान दिया था, जिसपर देशभर में हंगामा मच गया था. सुषमा स्वराज ने कहा था, अगर सोनिया गांधी को शपथ दिलाई जाती है तो मैं त्यागपत्र दे दूंगी. ये लड़ाई मैं भिक्षुणी के तौर पर लड़ूंगी. मैं रंगीन वस्त्र उतारकर केवल श्वेत वस्त्र धारण करुंगी. अपने केश कटा दूंगी. जमीन पर सोऊंगी और भूने चने खाऊंगी.’ उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें सोनिया गांधी को संसद में माननीय प्रधानमंत्री कहकर संबोधित करना बिल्कुल भी गंवारा नहीं है.
हालांकि बाद में सोनिया और सुषमा के रिश्ते सामान्य ही रहे, उनका विरोध राजनीतिक था, व्यक्तिगत तौर पर उनके बीच कभी विरोध नजर नहीं आया. सुषमा के निधन पर सोनिया गांधी ने उनके पति को लिखे पत्र में उन्हें अद्भुत प्रतिभाशाली बताया.