नयी दिल्ली : आतंकी हाफिज सईद और पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की मुलाकात पर कल से हंगामा बरपा हुआ है. आज फिर यह मामला संसद में उठा है. लोकसभा में विदेश मंत्री और राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात पर सफाई दी कि सरकार का वैदिक-हाफिज मुलाकात से कोई लेना-देना नहीं है और न ही सरकार को इस बारे में कोई जानकारी थी.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में कहा कि मुंबई हमले के आरोपी से वैदिक की मुलाकात निंदनीय है और सरकार इसकी भर्त्सना करती है. उच्चायोग से इस बारे में जानकारी मांगी गयी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में हमारा कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है.
पाकिस्तानी मीडिया का दावा भारत सरकार को थी मुलाकात की जानकारी
पाकिस्तानी न्यूज चैनल डॉन के पत्रकार इफ्तेखार सिराजी का कहना है कि भारतीय उच्चायोग को वेद प्रताप वैदिक और हाफिज सईद के बीच मुलाकात की जानकारी रही होगी. उन्होंने कहा कि इस तरह की मुलाकातों की जानकारी उच्चायोग को रहती ही है. जब वैदिक लाहौर दौरे पर थे, तो सिराजी ने उनका इंटरव्यू भी लिया था.
बहस में कूदे राहुल गांधी
आज तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी इस बहस में कूद पड़े हैं. उन्होंने यह बयान दिया है कि पत्रकार वेद प्रताप वैदिक आरएसएस के आदमी हैं. राहुल के इस बयान से नयी बहस छिड़ सकती है, क्योंकि वैदिक का दावा है कि जितने उनके भक्त कांग्रेस में हैं उतने भाजपा में नहीं हैं. वैदिक ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि उनके इंदिरा गांधी और अटल जी से बहुत अच्छे संबंध थे जब वे प्रधानमंत्री थे. मनमोहन सिंह से भी वैदिक ने मधुर संबंधों का दावा किया. हालांकि रामलीला मैदान में रामदेव बाबा के साथ हुए अत्याचार के बाद वैदिक ने मनमोहन सिंह से बातचीत बंद कर दिया है. ऐसे में उन्हें आरएसएस का आदमी बताना कहां तक उचित है.
राहुल पर बरसे वैदिक
कभी राहुल का स्तुति गान करने वाले वेद प्रताप आज उनपर जमकर बरसे. वैदिक ने एक लेख में लिखा था कि राहुल विनम्र और बुद्धिमान हैं. साथ ही उन्होंने यह भी लिखा था कि राहुल वंशवाद के जड़ों को पतला करने में जुटे हैं. वैदिक के इस लेख को आज राज्यसभा में भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने पेश किया. जिसपर कांग्रेस ने खूब हंगामा किया. अब वैदिक यह कह रहे है कि राहुल गांधी बहुत बड़े आदमी हैं.इतने बड़े आदमी हैं कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की वह गति कर दी कि वह मात्र 44 सीट पर सिमट गयी.
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