नयी दिल्ली : कांग्रेस ने सोमवार को जारी हुए भाजपा के ‘संकल्प पत्र’ को ‘झूठ का गुब्बारा’ और ‘झांसा पत्र’ करार देते हुए दावा किया कि अब उनके हथकंडे चलनेवाले नहीं हैं क्योंकि देश की जनता उन्हें पहचान चुकी है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि अब यह झूठ बनाम न्याय का चुनाव है और भाजपा को घोषणापत्र की बजाय माफीनामा जारी करना चाहिए था क्योंकि उन्होंने वादे पूरे नहीं किये. पटेल ने संवाददाताओं से कहा, अगर आप कांग्रेस पार्टी का और भारतीय जनता पार्टी के घोषणापत्र देखेंगे तो आप पायेंगे कि भाजपा के घोषणा पत्र में ‘सिर्फ मैं ही मैं हूं’ है. एक तरफ जनता है यानी कांग्रेस पार्टी है और एक तरफ ‘मैं मेरा और मेरा अहंकार’ है. उनका न तो कोई देश से वास्ता है, ना अपने दल से वास्ता है, ना अपने दल के नेताओं से वास्ता है. मैं समझता हूं कि ये जो घोषणा पत्र है, ये झूठ बनाम ‘न्याय’ है. मैं समझता हूं कि यह सिर्फ और सिर्फ झूठ का गुब्बारा है. उन्होंने दावा किया, अच्छा होता कि भाजपा के लोग माफीनामा जारी करते क्योंकि 5 साल में कुछ भी नहीं हुआ है. ये सिर्फ बातें करते हैं. कभी चाय वाला, कभी चौकीदार, कभी कामदार, कभी फकीर और कभी कुछ और. जो ये घोषणा पत्र में वादे करते हैं, वो कभी निभाते नहीं हैं. देश की जनता अच्छे तरीके से इनको पहचान चुकी है.
पटेल ने कहा, असल में तो इनको 5 साल के बाद हिसाब देना चाहिए था कि इन्होंने क्या-क्या किया? आज बेरोजगारी है, रोजगार का क्या हुआ? किसानों को जो वादे किये थे, उनका क्या हुआ? व्यापारियों को जो वादे किये थे, उनका क्या हुआ? कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया, मोदी जी का मूल मंत्र है, झांसे में फांसो. मोदी सरकार का सफरनामा जो आज हमने देखा है, वो जुमलों से झांसों तक है. 125 करोड़ देशवासी मोदी जी के 125 झूठे वादों का जवाब मांग रहे हैं. जब साल 2014 के घोषणा पत्र के 125 सवाल खड़े हों, तो आज के झांसा पत्र, ये संकल्प पत्र नहीं है, आज के झांसा पत्र पर भरोसा कैसे करें?
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा, फिर एक बार उन्होंने किया झांसा पत्र तैयार, फिर एक बार उन्होंने किया झांसा पत्र तैयार, देश की जनता खारिज करेगी इस बार और झोला उठाकर हो जाओ जाने को तैयार. दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को ‘संकल्प पत्र’ के नाम से अपना घोषणापत्र जारी किया. इसमें भाजपा ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देने के साथ आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेन्स की प्रतिबद्धता दोहरायी है. इसके साथ ही 60 साल की उम्र के बाद किसानों और छोटे दुकानदारों को पेंशन देने सहित कई एलान किये हैं.