इंदौर : पुलवामा हमले को लेकर आक्रोशित मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर की आपूर्ति से इनकार कर दिया है. वहीं, कारोबारियों ने घोषणा की है कि वे आर्थिक मोर्चे पर पड़ोसी मुल्क के दांत खट्टे करने के लिए वहां से आयातित खारक (छुहारा), सेंधा नमक और आम नहीं बेचेंगे.
श्रीनगर : कश्मीर घाटी में रविवार को दूसरे दिन भी अफवाहों, आशंकाओं और अफरातफरी का माहौल रहा. केंद्र सरकार की ओर से पाक समर्थक संगठन जमात-ए-इस्लामी पर कार्रवाई और पैरा मिलिटरी फोर्सेज के अचानक भारी जमावड़े के बीच घाटी में तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.
इस बीच, घाटी में अलगावावादी नेताओं ने पूर्णबंदी की अपील की है, जिसको देखते हुए सुरक्षाबलों को अलर्ट किया गया है. श्रीनगर के पांच थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगायी गयी है. बंद का कश्मीर घाटी में आम जीवन पर असर पड़ा है. इधर, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को प्रशासनिक परिषद की बैठक की.
बैठक के बाद उन्होंने लेागों से शांत रहने और अफवाहों पर यकीन नहीं करने की अपील की. उन्होंने कहा कि अफवाहें लोगों के दिमागों में बिना वजह का डर पैदा कर रही हैं, जो तनाव और जन जीवन में खलल का कारण बन रहा है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती चुनाव के मद्देनजर की जा रही है.
ऐसे में लोग किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार और मतदाताओं के खिलाफ आतंकी गतिविधियां बढ़ने की आशंका है, इसलिए बड़ी संख्या में अतिरिक्त जवानों की जरूरत होगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश में एलपीजी का स्टॉक नहीं है. राष्ट्रीय राजमार्ग के 11 दिन बंद रहने से जम्मू से श्रीनगर के बीच आपूर्ति प्रभावित हुई है.
सेना ने आतंकियों, उनके मददगारों के समूल नाश का लिया है संकल्प : पीएम
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले ‘मन की बात’ कार्यक्रम के अपने अंतिम और 53वें प्रसारण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद सेना ने आतंकियों और उनके मददगारों के समूल नाश का संकल्प ले लिया है.
जवानों की यह शहादत आतंकवाद को समूल नष्ट करने के लिए हमें निरंतर प्रेरित करेगी तथा हमारे संकल्प को और मजबूत करेगी. उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि हमले के 100 घंटे के भीतर ही किस प्रकार से कदम उठाये गये हैं. उन्होंने सीआरपीएफ के शहीद हुए जवानों के परिवारों की प्रतिक्रिया का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि कैसे अपने बेटे-पति के शहीद होने के बावजूद सैनिकों का परिवार दुश्मन से लोहा लेने के लिए मन पक्का किये हुए हैं.