जबलपुर : केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने शुक्रवार को दोहराया कि यदि पाकिस्तान ने आतंक को समर्थन व आतंकियों को भारत भेजने का काम जारी रखा, तो भारत से पाकिस्तान की नदियों में एक बूंद पानी नहीं आयेगा. पुलवामा में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच गड़करी ने जबलपुर […]
जबलपुर : केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने शुक्रवार को दोहराया कि यदि पाकिस्तान ने आतंक को समर्थन व आतंकियों को भारत भेजने का काम जारी रखा, तो भारत से पाकिस्तान की नदियों में एक बूंद पानी नहीं आयेगा.
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच गड़करी ने जबलपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा कि अगर तुम आतंकवाद को एक्सपोर्ट करने का काम करोगे तो एक बूंद पानी पाकिस्तान नहीं आयेगा यह याद रखना. गड़करी ने कहा कि हमने निर्णय लिया है और कैबिनेट ने स्वीकार किया है.
हम तीन प्रोजेक्ट बना रहे हैं, जो हमारे अधिकार का पानी है, उसको रोक कर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान को देने का काम हम करने जा रहे हैं .
मोदी यह पुरस्कार पाने वाले पहले भारतीय, गंगा सफाई को दान की राशि
पीएम नरेंद्र मोदी को वैश्विक आर्थिक वृद्धि को गति देने व अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए 2018 का ‘सियोल शांति पुरस्कार’ प्रदान किया गया. सियोल पीस प्राइज फाउंडेशन ने मोदी के जीवन पर एक लघु फिल्म भी दिखायी. पुरस्कार लेने के बाद पीएम मोदी ने कहा, यह केवल मेरा नहीं, बल्कि भारत की जनता का सम्मान है.
उन्होंने पुरस्कार की दो लाख डॉलर (1.30 करोड़ रुपये) की राशि नमामि गंगे परियोजना को समर्पित की. यह सम्मान पाने वाले मोदी 14वें व्यक्ति व पहले भारतीय हैं. पहले यह पुरस्कार कोफी अन्नान, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल जैसी हस्तियां प्राप्त कर चुकीं हैं.