हैदराबाद : माकपा ने बुधवार को भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर पुलवामा आतंकी हमले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. इस संदर्भ में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बयान का उल्लेख किया. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे. माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सीआरपीएफ जवानों का मारा जाना राष्ट्रविरोधी आतंकी हमला था, जिसकी निंदा होनी चाहिए. समूचे विपक्ष ने एक सुर में इस हमले की निंदा की थी.
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने आतंकवाद और विरोधी बलों का सामना करने रहे आम लोगों और सुरक्षा बलों के साथ ही देश के हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को सरकार को पूरा समर्थन दिया. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लेकिन कहा है कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा और हम राष्ट्र विरोधी ताकतों को सबक सिखायेंगे, क्योंकि यह कांग्रेस की सरकार नहीं भाजपा की सरकार है.
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल द्वारा इस तरह का राजनीतिकरण. इससे यह सवाल उठता है कि पिछले पांच सालों से भाजपा सत्ता में हैं, तो फिर यह क्यों हुआ? वे इसका राजनीतिकरण क्यों कर रहे हैं और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. येचुरी ने कहा कि माकपा लोगों से अपील करती है कि वे इस खेल के दूसरी तरफ देखें और शांति बनाये रखें, क्योंकि यह राष्ट्र विरोधी तत्वों का काम था.