चेन्नई : लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद डीएमके नेता करुणानिधि ने दुबारा राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सरकार के उस फैसले की निंदा की है, जिसमें सरकार ने गृह मंत्रालय में हिंदी को प्राथमिकता देने की बात कही है.
करुणानिधि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गैर हिंदी भाषियों पर हिंदी को थोपने का काम न करें. 90 वर्षीय करुणानिधि ने मोदी को कहा कि वह उन बातों पर ध्यान दें, जिसके वादे करके वे चुनाव जीतकर आये हैं. उन्होंने कहा कि अच्छा होगा कि मोदी अपनी प्राथमिकता तय कर लें.
करुणानिधि ने अपनी बातों को मजबूती देते हुए कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने यह आश्वासन दिया था कि अंग्रेजी हमेशा कार्यालय में कामकाज की भाषा बनी रहेगी.