पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के रुझानजैसे-जैसेनतीजों में बदलरहेहैं, भाजपा के हाथ से उसके तीन महत्वपूर्ण राज्यों की सत्ता निकलती नजरआ रही है. ये राज्य हैं – मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़. इन तीनों राज्यों में कांग्रेस भाजपा को मात देती हुई नजर आ रही है. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए यह बड़ा झटका होगा.
भाजपा की इस हार और कांग्रेस की जीत पर विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से तरह-तरह की और दिलचस्प प्रतिक्रियाएं आयी हैं. आइए जानें किस नेता ने क्या कहा –
जब एक और एक मिलकर बनते हैं ग्यारह… तब बड़े-बड़ों की सत्ता हो जाती है नौ दो ग्यारह.
– अखिलेश यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
बुरे दिन जाने वाले हैं, राहुल गांधी आने वाले हैं.
– नवजोत सिंह सिद्धू, नेता, कांग्रेस
मैं इसे कांग्रेस की जीत नहीं कह सकता, मगर यह लोगों का गुस्सा है.
– संजय राउत, नेता, शिवसेना
हारने वाली पार्टी हमेशा ईवीएम पर ठीकरा फोड़ती है. यह गलत है. यहां तक कि चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस में स्पष्ट कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं हो सकती. जनता ने टीआरएस को जीत से नवाजा है. कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद हैं.
– कविता, टीआरएस सांसद और तेलंगाना में मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी
अभी कुछ स्पष्ट नहीं है. सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को बधाई , जो जीत की ओर हैं. तेलंगाना में महागठबंधन फेलहुआ.
– राजनाथ सिंह, भाजपा नेता और गृहमंत्री
कांग्रेस ने जनमत जीता है. हम स्पष्ट बहुमत हासिल कर रहे हैं. हम निर्दलीयों का भी समर्थन चाहते हैं.
– अशोक गहलौत, नेता, कांग्रेस (राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार)
झारखंड के नेताओं की प्रतिक्रिया –
लोकतंत्र में जनता का आदेश सर्वोपरि होता है. भाजपा को लोकतांत्रिक मूल्यों और संस्थाओं पर पूरा भरोसा है. भाजपा वैसी पार्टी नहीं, जो हार के बाद लोकतांत्रिक संस्थाओं पर प्रश्नचिह्न खड़ा करे. पार्टी अपनी नीतियों और कार्यक्रमों से संतुष्ट है. देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है.
– लक्ष्मण गिलुवा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष
इन नतीजों का संदेश बिल्कुल साफ है. भाजपा के झूठ की हांडी आखिर कितनी बार चढ़ेगी? भाजपा शासित प्रदेशों में कुशासन के अंत का आगाज हो चुका है. जनता ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. 2019 के आम चुनावों में भी यही जनादेश दोहराया जाने वाला है.
– सुबोधकांत सहाय, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता
इस रिजल्ट के बाद मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. जिस तरह केंद्र की भाजपा सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने, देश की एकता को तार-तार करने कीकोशिश की है, उसका जवाब जनता ने दे दिया है. 2014 के चुनाव में किया गया वादा पूरा नहीं हुआ. इस चुनाव परिणाम का असर 2019 के लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा. सभी विपक्षी दल एकजुट होकर मोदी और भाजपा के कुशासन का अंत करेंगे.
– बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम एवं झाविमो प्रमुख
जनता का निर्णय सर्वोपरि है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा के पिछड़ने की वजहों पर भी गौर किया जाना चाहिए, क्योंकि भाजपा वहां लंबे समय से शासन करती रही है. क्षेत्रीय मुद्दों को दरकिनार कर जनता का दिल नहीं जीता जा सकता है.
– सुदेश महतो, आजसू पार्टी प्रमुख