मुंबई : मुंबई के लोगों का मेट्रो ट्रेन सेवाओं का इंतजार खत्म हो गया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज पश्चिमी उपनगर वरसोवा स्टेशन से पहली मेट्रो सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस सेवा का शुभारंभ चव्हाण के साथ अनिल धीरुभाई अंबानी समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने सुबह 10:10 बजे किया.
चव्हाण ने कहा कि मेट्रो सेवाओं की शुरुआत से मुंबई के लोगों के लिए आवागमन सहज हो जाएगा. इस सेवा के साथ वरसोवा से अंधेरी-घाटकोपर के बीच 11.4 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 20 मिनट में पूरी हो जाएगी. सडक मार्ग से इतनी यात्र के लिए 90 मिनट का समय लगता है. हालांकि, मुंबई में मेट्रो सेवाएं, शुरु से ही विवादों में रही. चव्हाण ने कल कहा था कि यदि मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लि. :एमएमओपीएल: राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित किरायों का पालन करेगी, तभी वह इस सेवा का उद्घाटन करेंगे. हालांकि, बाद में वह सेवा को हरी झंडी दिखाने को तैयार हो गए.
एमएमओपीएल के निदेशक देवाशीष मोहंती ने कल कहा था कि यदि मुख्यमंत्री उद्घाटन के लिए तैयार नहीं होते हैं, तो भी सेवा का शुभारंभ कल ही किया जाएगा.
राज्य सरकार व एमएमओपीएल के बीच पिछले काफी समय से मेट्रो सेवा के किराये को लेकर विवाद चल रहा है. एक तरह की यात्रा के लिए आपरेटर ने न्यूनतम किराया 10 रपये व अधिकतम 40 रुपये तय किया. कंपनी का कहना था कि करीब आठ बरस पहले शुरु हुई परियोजना की लागत काफी बढ चुकी है. महाराष्ट्र सरकार ने 9 से 13 रुपये के मूल्य दायरे में किराया अधिसूचित किया था.
एमएमओपीएल अनिल अंबानी की रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, वियोलिया ट्रांसपोर्ट तथा मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) की संयुक्त उद्यम कंपनी है. एमएमआरडीए किराया वृद्धि के खिलाफ पहले ही बंबई उच्च न्यायालय में जा चुकी है. इस मामले की सुनवाई कल होगी. 11.4 किलोमीटर के वरसोवा-अंधेरी-घाटकोपर मार्च पर पहले चरण में मेट्रो ट्रेनें प्रत्येक चार मिनट पर उपलब्ध होंगी. एमएमओपीएल प्रतिदिन 200 से 250 फेरों का परिचालन करेगी. प्रतिदिन इससे 11 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे. प्रत्येक कोच में 375 व एक ट्रेन में 1,500 यात्री यात्रा कर सकेंगे.