बेंगलुरु : कर्नाटक के शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस को सोमवार को भाजपा से कड़ी चुनौती मिली, लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन में सहयोगी दल जद(एस) के साथ चुनाव के बाद किये गए गठबंधन के चलते वह स्थानीय निकाय में बहुमत में है.
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, शनिवार को हुए चुनावों में कांग्रेस को 966 सीटों पर जीत मिली और भाजपा के खाते में 910 सीटें आयीं. अभी तक 2,709 में से 2,628 सीटों के नतीजे घोषित किये गये हैं. राज्य सरकार में गठबंधन में होने के बावजूद कांग्रेस और जद(एस) ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्होंने पहले ही एलान कर दिया कि वे शहरी निकाय चुनावों के बाद गठबंधन करेंगे. कांग्रेस और जद(एस) ने मिलकर 1,339 सीटें जीती हैं जिसके साथ उन्हें स्पष्ट तौर पर भाजपा पर बढ़त और यूएलबी की अधिकतम सीटों पर कब्जा मिल गया है.
यह चुनाव कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार के लिए परीक्षा मानी जा रही थी. राज्य में तीन नगर निगमों, 29 नगर परिषदों, 52 शहरी नगर परिषदों और 20 शहरी पंचायतों के लिए चुनाव हुए. कोडागु में हाल में आयी बाढ़ के कारण जिले के शहरी स्थानीय निकाय के लिए चुनाव स्थगित कर दिये गये थे. चुनाव आयोग ने कहा हालात में सुधार होते ही यहां चुनाव कराये जायेंगे.
31 अगस्त को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक राज्य के 3897 बूथों पर लोगों ने मतदानकिया था और यह पहली बार था जब चुनाव आयोग ने निकाय चुनाव में नोटा का ऑप्शन भी शामिल किया था. साल 2013 में 4,976 सीटों के लिए निकाय चुनाव हुआ था जिसमें से कांग्रेस ने 1960 सीटों के साथ जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा और जद(एस) दोनों को 905 सीटों पर जीत मिली थी.