जम्मू : भारत और पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के लिए ‘गोलीबारी रोकने’ का फैसला किया. इससे पहले रविवारको पाकिस्तान के संघर्षविराम का उल्लंघन करने के कारण सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवानों की मौत हो गयी थी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों के बातचीत का फैसला करने के बाद यहां के चुंगी चौकी पर बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच सेक्टर कमांडर स्तर (बीएसएफ के उप महानिरीक्षक-रेंजर्स के ब्रिगेडियर) की बैठक हुई. 15 मिनट चली बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने परस्पर ‘विश्वास का निर्माण’ करने का फैसला किया और पाकिस्तानी पक्ष ने कहा कि वे शांति सुनिश्चित करेंगे और जब भी जरूरत पड़े, बीएसएफ के साथ संवाद सुनिश्चित करेंगे. पाकिस्तानी पक्ष ने कहा कि वे सीमा पार से कोई भी गोलीबारी नहीं करेंगे जिसका बीएसएफ ने भी सकारात्मक जवाब देते हुए कहा कि वह उकसाये जाने पर ही जवाबी कार्रवाई करेगा.
उन्होंने कहा, ‘बैठक से खासकर दोनों देशों के सीमाई इलाके के ग्रामीणों के लिए गोलीबारी मुक्त माहौल बन सकता है. दोनों पक्षों के कमांडर ने दोनों बलों के बीच विश्वास के निर्माण के लिए हर स्तर पर बातचीत जारी रखने पर सहमति जतायी.’ अधिकारी ने कहा कि शाम साढ़े पांच बजे शुरू हुई बैठक ‘एक अनुकूल माहौल में खत्म हुई और उसमें मुख्य रूप से सीमा पर शांति बनाए रखने पर ध्यान दिया गया.’ उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों ने 21 जून को फिर से बैठक करने का फैसला किया. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान ने इस साल जनवरी से 31 मई के बीच जम्मू-कश्मीर में 1,252 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है.
रविवारको जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवानों की मौत हो गयी और 16 लोग घायल हो गये. इसके साथ ही इस साल राज्य में पाकिस्तान की गोलीबारी में मारे गये लोगों की संख्या 46 हो गयी जिनमें 20 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सोमवार को तड़के अखनूर सेक्टर में पाकिस्तानी बलों ने थोड़ी-थोड़ी देरी पर गोलाबारी की.