बेंगलुरु : एचडी कुमारास्वामी की अगुवाईवाली गठबंधन सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कर्नाटक भाजपा प्रदेश के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को इसे ‘अपवित्र’ करार दिया और 53,000 करोड़ रुपये का कृषि ऋण माफ नहीं करने पर सोमवार को राज्यव्यापी बंद करने की घोषणा की.
आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए येदियुरप्पा ने खासकर कुमारास्वामी और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को निशाना बनाया और निजी हमले किये. उन्होंने कांग्रेस सदस्यों से उन्मुख होकर कहा कि पिता-पुत्र कांग्रेस को खत्म कर देंगे. विधानसभा में कुमारास्वामी द्वारा विश्वास मत का प्रस्ताव रखे जाने के बाद येदियुरप्पा ने कांग्रेस सदस्यों का बार-बार मजाक उड़ाते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ‘विश्वासघात’ के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने उनसे (कांग्रेस सदस्यों से) कहा कि यदि आप कुमारास्वामी के डूबते जहाज में बैठते हैं तो मुझे कोई एतराज नहीं है. भाजपा नेता ने यहां तक कह डाला, ‘हमारी लड़ाई कांग्रेस के खिलाफ नहीं, बल्कि गौड़ा परिवार के विरुद्ध है.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस-जदएस सरकार ने लोकप्रिय जनादेश का अपमान किया और ‘यह अपवित्र गठबंधन है जिसका एकमात्र उद्देश्य भाजपा को सत्ता से बाहर रखना है.’
जदएस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि 121 निर्वाचन क्षेत्रों में उसके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी, 16 जिलों में वह एक भी सीट नहीं जीत पायी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 में उन्होंने कुमारास्वामी का भाजपा-जदएस सरकार के मुखिया के रूप में समर्थन कर अक्षम्य अपराध किया और उसके लिए वह जनता से माफी मांग रहे हैं. येदियुरप्पा ने कहा कि उस समय दोनों दलों के बीच के समझौते के हिसाब से कुमारास्वामी ने 20 महीने तक मुख्यमंत्री रहने के बाद सत्ता उन्हें नहीं सौंपकर उन्हें धोखा दिया था. उन्होंने कहा, ‘हम (बहुमत के लिए) 113 सीटें हासिल करने में विफल रहे, लेकिन क्या जदएस या कांग्रेस को बहुमत मिला. कांग्रेस 122 सीटों से घटकर 78 सीटों पर रह गयी.’ पार्टी विधायकों को एकजुट रखने में अहम भूमिका निभानेवाले वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डीके शिवकुमार की ओर उन्मुख होते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘आप पछतायेंगे, शिवकुमार. आपने एक ऐसे व्यक्ति को बचाया जिसने राज्य की जनता के साथ विश्वासघात किया.’
येदियुरप्पा ने कहा कि जदएस ने 53,000 करोड़ रुपये का कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था जिसमें राष्ट्रीयकृत बैंक से लिया गया उधार भी शामिल है. उन्होंने कहा, ‘यह आप ही थे जिसने सत्ता संभालने के 24 घंटे के अंदर कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था. किसान आपका यह रोना सुनने को तैयार नहीं है कि आप गठबंधन सरकार की अगुवाई कर रहे हैं और उसकी अपनी मजबूरियां हैं. आप इसी विशेष सत्र में इसकी घोषणा कीजिये, अन्यथा हम राज्यभर में अपना आंदोलन शुरु करने की कार्ययोजना तैयार करेंगे.’