लखनऊ/जयपुर : उत्तर प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में देर रात आये अंधड़ और आंधी-तूफान के कारण हुए हादसों में 109 लोगों की मौत हो गयी तथा 200 अन्य घायल हो गये. धूल भरी आंधी के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर गहरा शोक प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करें ताकि प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके.
पूर्वी राजस्थान और उससे सटे उत्तर प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों में जबर्दस्त आंधी-तूफान की वजह से कई मकान ढह गये, पेड़ गिर गये और बिजली के खंबे उखड़ गये. आंधी-तूफान में कम से कम 200 लोग घायल हो गये. आंधी-तूफान के कारण हुए हादसों में मृतकों की संख्या गुरुवराकी शाम 108 हो गयी. उत्तर प्रदेश में 73 लोगों की मौत हुई और 83 घायल हुए. राजस्थान में 36 लोगों की मौत हुई और 100 अन्य घायल हुए. मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार क्षेत्र में बने चक्रवाती परिसंचार तंत्र से आगामी 48 घंटों के दौरान उत्तरप्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में फिर से धूल भरी आंधी आने का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उनके विभाग ने पिछले दो दिनों में आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की थी.
उत्तरप्रदेश और राजस्थान में आंधी-तूफान के कारण जनहानि पर दुख प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को राज्यों के साथ समन्वय बनाने और प्रभावितों को तुरंत राहत सुनिश्चित करने को कहा है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, भारत के विभिन्न हिस्सों में धूल भरी आंधी के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं, मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदन व्यक्त करता हूं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. जयपुर के भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक हिमांशु शर्मा ने बताया कि राजस्थान में अगले 48 घंटों के दौरान तेज हवाओं के चलने से धूल भरा अंधड़ आने की आशंका है. इससे उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र विशेषकर करौली, धौलपुर जिले प्रभावित हो सकते हैं. अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा जन हानि आगरा जिले में हुई जहां कम से कम 43 लोगों की मौत हो गयी तथा 51 अन्य जख्मी हो गये. आगरा के अलावा, उत्तरप्रदेश में बिजनौर, बरेली, सहारनपुर, पीलीभीत, फिरोजाबाद, चित्रकूट, मुजफ्फरनगर, रायबरेली और उन्नाव भी प्रभावित हुए.
अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान में सबसे ज्यादा भरतपुर जिला प्रभावित हुआ जहां 19 लोगों की मौत हो गयी. अलवर और धौलपुर में नौ-नौ लोगों की मौत हुई. धौलपुर में जिन दो लोगों की मौत हुई उसमें दो लोग उत्तरप्रदेश के आगरा के थे. राजस्थान आपदा प्रबंधन और राहत सचिव हेमंत कुमार गेरा ने बताया कि कुछ लोगों का उपचार चल रहा है, जबकि कुछ को छुट्टी दे दी गयी है. गंभीर रूप से घायल एक मरीज को धौलपुर से जयपुर भेजा गया है. राजस्थान सरकार ने बताया कि आंधी प्रभावित जिला प्रशासन को आकस्मिक निधि कोष से राशि जारी की गयी है. मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी और घायलों को 60 हजार से दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जायेगी.
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्राकृतिक आपदा पर दुख व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वह पीड़ितों को हर संभव राहत पहुंचाये. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित जिलाधिकारियों को आंधी-तूफान और बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि संबंधित जिलों के अधिकारी नुकसान का आकलन करते हुए प्रभावितों को बिना देर किये मुआवजा प्रदान करें. उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.