मुंबई : आईएनएक्स मीडिया की पूर्व सह संस्थापक और अपनी बेटी शीना बोरा हत्या मामले में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने आज अपनी जान को खतरा बताया है. मुखर्जी ने जेजे अस्पताल से आज छुट्टी के बाद भायखला जेल वापस ले जाने के दौरान यह अंदेशा जताया.
महानिरीक्षक (जेल) राज्यवर्धन सिन्हा ने बताया कि इंद्राणी को दवा की संदिग्ध ओवरडोज के इलाज के लिए सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें वापस जेल ले आया गया है.
अस्पताल के डीन डॉक्टर एसडी ननंदकर ने बताया कि उनकी हालत अब पहले से बेहतर है. जब उन्हें जेल वापस ले जाया जा रहा था तब एक संवाददाता ने जेजे अस्पताल में पूछा कि क्या उन्हें अपनी जान का खतरे का अंदेशा है?
उन्होंने इस सवाल का जवाब ‘हां’ में दिया. इंद्राणी (46) को दक्षिण मुंबई स्थित भायखला जेल से छह अप्रैल को ‘अर्ध चेतन’ अवस्था में अस्पताल लाया गया था. अस्पताल में भर्ती कराये जाने के बाद बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए उनकी कई मेडिकल जांच की गयी थी.
जेजे अस्पताल के एक चिकित्सक ने कलिना की फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के हवाले से बताया, उनके मूत्र के नमूने की रिपोर्ट से बेंजोडियाजेपाइन के स्तर में काफी वृद्धि का पता चला है.
यह एक तरह की अवसाद रोधी दवा है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ संजय सुरासे ने संवाददाताओं को बताया, उनकी सेहत में सुधार हुआ है और हमने आज उनकी विस्तृत जांच की है.
उन्हें जेल वापस भेजा जा सकता है और फिर हमने पुलिस को जेल प्राधिकारियों को इसकी सूचना दी. आईएनएक्स मीडिया की पूर्व सह-संस्थापक मुखर्जी पर अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुकदमा चल रहा है. वह इस मामले में मुख्य आरोपी हैं.