जयपुर : राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पद्मावती फिल्म तब तक रिलीज न हो जब तक इसमें आवश्यक बदलाव नहीं कर दिये जायें ताकि किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे.
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि इस संबंध में सेंसर बोर्ड को भी फिल्म प्रमाणित करने से पहले इसके सभी संभावित नतीजों पर विचार करना चाहिए. प्रसिद्ध इतिहासकारों, फिल्मी हस्तियों और पीड़ित समुदाय के सदस्यों की एक समिति गठित की जाये जो इस फिल्म तथा इसकी कथानक पर विस्तार से विचार-विमर्श करे. राजे ने पत्र में लिखा है कि विचार-विमर्श के बाद ऐसे आवश्यक परिवर्तन किये जायें जिससे किसी भी समाज की भावनाओं को आघात न पहुंचे.
उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं को अपनी समझ के अनुसार फिल्म बनाने का अधिकार है, लेकिन कानून व्यवस्था, नैतिकता और नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचने की स्थिति में मौलिक अधिकारों पर भी तर्क के आधार पर नियंत्रण रखने का प्रावधान भारत के संविधान में है इसलिए पद्मावती फिल्म की रिलीज पर पुनर्विचार किया जाये. मेवाड़ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से शनिवार को भेंटकर फिल्म पद्मावती को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिखने के लिए उनका आभार जताया है.