मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा ने दलमारनी मैदान में झूमर पर थिरकीं युवतियां संवाददाता, दुमका. मेलर आदिम जनजाति संघर्ष मोर्चा ने सोमवार को गुहियाजोरी-मकरो के बीच दलमारनी मैदान में सार्वजनिक करमा परव का भव्य आयोजन किया, जिसमें संथाल परगना और अन्य राज्यों से भुइयां व घटवार-घटवाल समाज के हजारों लोग शामिल हुए. करम अखाड़ा में पारंपरिक झूमर गीतों से करम देवता को जगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. पुजारी बाबा ने पवित्र करम डाल की पूजा करते हुए करमा और धर्मा भाइयों की कथा सुनाई और पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला. विभिन्न गांवों से आई झूमर टीमों ने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य-गीत प्रस्तुत किए. कुछ टीमों ने हास्य-नाटक भी पेश किया. झूमर नाच प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार और मैट्रिक व इंटर उत्तीर्ण छात्राओं को सम्मानित किया गया. युवा नेता अनिल सिंह मेलर ने कहा कि करमा परव भुइयां, घटवाल, खेतोरी और पहड़िया समाज का प्रमुख पर्व है, जो प्रकृति से जुड़ा है. इसमें कुंवारी लड़कियां भाइयों की सुख-समृद्धि के लिए सात दिनों तक पूजा करती हैं. इस आयोजन में आदिवासी परंपरा, संस्कृति और जीवनशैली की अनूठी झलक मिली. मौके पर मनोज सिंह मेलर, अरविन्द राय मेलर, जगबंधु राय, हिसाबी राय, बीरबल सिंह, प्रकाश राय भुइयां, रामानंद राय, खगेश राय, जगदीश राय, राजकुमार राय, इंद्रदेव राय, अभिनन्दन राय, जीतेन्द्र राय, विश्वनाथ ईश्वर, हुलास राय, संतोष राय, कैलाश राय, डोमन सिंह मेलर, त्रिभुवन सिंह, गोपाली सिंह, जियराम राय, भागीरथ राय, बाबूलाल राय, नारायण राय, लगेश राय, बालेश्वर राय, राजू राय, विष्णु राय, जागेश्वर राय समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे. .
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