बनारसी लाल सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय नवगछिया के तत्वावधान में दो दिवसीय इंटर स्तरीय विद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ. यह प्रतियोगिता 25 से 26 सितंबर तक आयोजित की जा रही है. कुल आठ टीमों ने भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है. उद्घाटन समारोह का शुभारंभ टीएमबीयू क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ संजय जायसवाल मुख्य अतिथि तथा बनारसी लाल सर्राफ महाविद्यालय के सचिव डॉ मृत्युंजय सिंह गंगा ने नारियल फोड़ कर किया. मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य व आयोजन सचिव प्रो दिनकर आचार्य, पूर्व क्रीड़ा परिषद सचिव डॉ रवींद्र पाल सिंह (मारवाड़ी महाविद्यालय), डॉ आशुतोष कुमार (बीएन महाविद्यालय), डॉ दिव्य प्रियदर्शी (जीबी कॉलेज नवगछिया) तथा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जेम्स फाइटर विशेष रूप से उपस्थित थे.
पहले दिन के कार्यक्रम में कुछ टीम समय पर नहीं पहुंच सकीं, जिससे कुछ मुकाबले वॉकओवर से तय किये गये. निर्धारित मैचों में बीएन कॉलेज, भागलपुर ने जेपी कॉलेज, नारायणपुर को 46–21 के अंतर से पराजित किया. एसएसवी कॉलेज, कहलगांव ने जीबी कॉलेज नवगछिया को 41–27 से हराया. मारवाड़ी कॉलेज, भागलपुर ने टीएनबी कॉलेज को 56–41 से मात दी. इन परिणामों के आधार पर चार टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुकी हैं. बनारसी लाल सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय, नवगछिया बीएन कॉलेज, भागलपुर, एसएसवी कॉलेज कहलगांव, मारवाड़ी कॉलेज, भागलपुर, इन चारों टीमों में सेमीफाइनल व फाइनल मुकाबला 26 सितंबर को खेले जायेगे. प्रतियोगिता के सफल संचालन में रेफरी मो सद्दाम, राजेश, सिकंदर, प्रशांत, रमन, ऋतिक, दिलीप शर्मा तथा महाविद्यालय के कार्यालय लिपिक गौतम यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. भागलपुर जिला कबड्डी संघ के सचिव प्रशांत राज, संघ के संरक्षण में गौतम कुमार प्रीतम और महाविद्यालय के खेल शिक्षक सुमन कुमार सिंह ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का पथ संचलन
विजय दशमी के पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गुरुवार को नगर में भव्य पथ संचलन निकाला गया. पथ संचलन में 60 से अधिक स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश और घोष वादन के साथ स्वयंसेवकों ने नगर भ्रमण किया. जगह-जगह नगरवासियों ने पथ संचलन का स्वागत किया. नगर भ्रमण के उपरांत आत्मादास ठाकुरबाड़ी में बौद्धिक कार्यक्रम हुआ. दक्षिण बिहार प्रांत के सह कार्यवाह बालमुकुंद प्रसाद गुप्त ने विजयादशमी के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि शस्त्र पूजन शक्ति की उपासना का प्रतीक है. उन्होंने दुर्गा के प्रकट होने, महिषासुर वध, धर्म की स्थापना और संघ के स्थापना दिवस के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने अपने उद्बोधन में पंच परिवर्तन के सात कार्यक्रम सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वभाव का जागरण, नागरिक कर्तव्य का निर्वहन को स्वयंसेवकों के जीवन में उतारने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि समाज परिवर्तन का मार्ग पंच परिवर्तन से होकर गुजरता है. कार्यक्रम में नप के मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू, नगर कार्यवाह बलराम कुमार, नगर व्यवस्था प्रमुख शैलेश कुमार तथा आत्मादास ठाकुरबाड़ी के महंत अनुज मुनि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

