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ठंड बढने से फ्रोजन शोल्डर व ऑर्थराइटिस के मरीज बढ़े

सदर अस्पताल में रोजाना पहुंच रहे 100-150 मरीज

बुजुर्ग सर्वाधिक पीड़ित, फिजियोथेरापी सेंटर पर भी भीड़

डी 7 व 13

उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

ठंड बढ़ते ही फ्रोजन शोल्डर व आर्थराइटिस (गठिया) जैसी जोड़ों की

सदर अस्पताल में रोजाना पहुंच रहे 100-150 मरीज

बुजुर्ग सर्वाधिक पीड़ित, फिजियोथेरापी सेंटर पर भी भीड़

डी 7 व 13

उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

ठंड बढ़ते ही फ्रोजन शोल्डर व आर्थराइटिस (गठिया) जैसी जोड़ों की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. ठंड का मौसम इन बीमारियों को बढ़ाता है. खासकर उन लोगों में जो पहले भी प्रभावित रहे हैं. बुजुर्गों में यह समस्या अधिक देखी जा रही है. सदर अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में रोजाना 100 से 150 मरीज पहुंच रहे हैं. फिजियोथेरेपी सेंटर पर भी मरीजों को अपनी बारी के लिए डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. डॉक्टर के अनुसार फ्रोजन शोल्डर, जिसे मेडिकल भाषा में एडहेसिव कैप्सुलाइटिस भी कहते हैं, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे के जोड़ कठोर हो जाते हैं और गति सीमित हो जाती है. इसका मुख्य कारण जोड़ के कैप्सूल में सूजन और मोटाई बढ़ना है, जो अक्सर बिना किसी स्पष्ट वजह या मामूली चोट से शुरू होती है. ठंड में मांसपेशियां और जोड़ कड़े हो जाते हैं, इससे दर्द बढ़ता है. ठंडी हवा रक्त संचार को धीमा कर देती है, जिससे सूजन बढ़ता है. डायबिटीज व थायरॉइड के कारण भी यह बीमारी होती है.

आर्थराइटिस भी बन रही प्रमुख समस्या

आर्थराइटिस (गठिया) यानी जोड़ों का सूजन भी इन दिनों प्रमुख समस्या है. इसका कारण जोड़ों का सूजन है. उम्र बढ़ना, चोट, मोटापा, जेनेटिक फैक्टर और संक्रमण से ठंड में यह समस्या बढ़ती है. रक्त संचार धीमा होता है और मांसपेशियों में ऐंठन पैदा होती है. नसें और रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे जोड़ों में दबाव बढ़ता है. रिपोर्ट बताती है कि ठंड में आर्थराइटिस (गठिया) का जोखिम 18 फीसदी तक बढ़ जाता है. ठंड व नमी से बुजुर्गों में घुटनों और पीठ का दर्द आम हो गया है. जिन लोगों को पहले से गठिया है, ठंड में उनकी परेशानी ज्यादा बढ़ गयी है.

इन तरीकों से मिलेगा आराम

हड्डी रोग विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों बीमारियों से बचाव के लिए ठंड में विशेष सावधानी बरतें. नियमित व्यायाम करें, फ्रोजन शोल्डर से निजात के लिए रोज एक्सरसाइज करें. आर्थराइटिस में गर्म पानी से स्नान, हीट पैड या गर्म तेल से मालिश करें. विटामिन डी की जांच करायें और सप्लीमेंट लें. प्रदूषण से बचने के लिए मास्क पहनें. दर्द अधिक होने पर डॉक्टर से सलाह लें. =========================

ठंड में फ्रोजन शोल्डर व ऑर्थराइटिस मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. पिछले एक सप्ताह में मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है. दोनों बीमारियों से बुजुर्ग सबसे अधिक पीड़ित हो रहे हैं. जो लोग पहले से ऑर्थराइटिस से पीड़ित हैं, उनका मर्ज बढ़ गया है. ऐसे मरीजों को ठंड से बचना चाहिये. दोनों बीमारियों से बचने के लिये रोज व्यायाम करना चाहिये. – डॉ ज्ञानेंदु शेखर, सीनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन, सदर अस्पताल

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Vinay Kumar
Vinay Kumar
I am working as a deputy chief reporter at Prabhat Khabar muzaffarpur. My writing focuses on political, social, and current topics.

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