इसलामपुर ( नालन्दा ). मोहम्मद पैगम्बर साहब के जन्मदिन पर शुक्रवार को इसलामपुर नगर में इस्लाम धर्मबलम्बियों ने विशाल जुलूस निकाला .|जुलूस स्थानीय नगर के मलह बिगहा मुहल्ला स्थित असदकी मस्जिद से जूलूसे मोहम्मदी निकाला गया जो बूढानगर, पक्की तालाब, सब्जी बाजार होते हूए मलिकसराय कृष्ण वल्लभ चौक होते हूए तकिया कला हजरत दरयाई शाह पीर क़े मजार पर पहुँच कर हजरत मौलाना अजमल सईदी ने तकरीर पेश करते हूए कहा कि हजरत मोहम्मद साहब का जन्म विगत 570 ई ०में मक्का में कुरैश खानदान के अब्दुल मुतालिब के घर में हुआ था | उन्होंने कहा कि मोहम्मद शब्द का अर्थ होता है अरबी शब्द हमदा से आया है उसका अर्थ है प्रशंसा करना , महिमा करना ़ पैगंबर मोहम्मद साहब की परवरिश उनकी मां अमीना और दादा ने की थी | हजरत मोहम्मद जब 6 साल के थे , तब उनकी माता का देहान्त हो गया . माता के अचानक देहान्त के बाद उनका परवरिश उनके चाचा अबु तालिब के घर हुआ. हजरत मोहम्मद असामान्य शारीरिक सुंदरता के साथ चरित्रवान व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे . उनकी निष्पक्षता एवं न्याय की भावना इतनी पूजनीय थी ,, कि लोग उन्हें अल अमीन या भरोसेमंद कहते थेl अध्यात्म में उनकी गहरी रूचि थी ,जब वह 25 वर्ष के थे तब मोहम्मद ने 40 वर्षीय में एक विधवा महिला खदीजा से शादी किये थे उस वक़्त जब सती प्रथा का रिवाज जोरों पर था , जब किसी महिला क़े पति की मृत्यु होने पर उन्हें ज़िंदा दर गोर कर दिया जाता था | तब उन्होंने ने विधवा से विवाह कर पूरी दुनिया क़े एक संदेश दिया. पैगंबर मोहम्मद की मृत्यु 8 जून 632 ई ०को अपनी बीबी आयशा के घर मदीना में उनका निधन हो गया. इस क़े बाद क़ूल फातिया एवं लंगर खानी के वाद जुलूस का समापन किया गया .
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