छपरा. जिले में लंबे समय से जारी लो वोल्टेज और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति की समस्या को दूर करने के लिए एक बड़ी पहल की गयी है. जिलाधिकारी अमन समीर और एनबीपीडीसीएल के अधीक्षण अभियंता रितेश कुमार के संयुक्त प्रयास से 634 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न बिजली परियोजनाओं को मंजूरी मिली है. इस योजना को प्रशासनिक और तकनीकी स्वीकृति के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिलान्यास भी कर दिया है.
सारण को मिलेगा नया हाइ-कैपेसिटी ग्रिड
600 करोड़ से अधिक की लागत से अमनौर के कटसा गांव में ग्रिड का निर्माण होगा. इस ग्रिड के माध्यम से पूरे सारण को गुणवत्तापूर्ण बिजली की सप्लाई होगी. यानी अब लो वोल्टेज की समस्या करीब 10 वर्षों तक के लिए टल जायेगी. जैसा कि बताया जा रहा है. 1.32 लाख केवीए की लाइन यहां आएगी. सबसे बड़ी बात है कि सारण के पड़ोसी जिले को भी यहां से बिजली आपूर्ति संभव हो सकेगी. आंधी और पानी के समय में सेकंड लाइन हमेशा तैयार रहेगी जो कि कुछ घंटे में ही बिजली आपूर्ति बहाल करने में मदद करेगी. इसके अलावा अमनौर प्रखंड और मसरख के चांद कुदरिया में सब स्टेशन का निर्माण होगा. ऐसे में दोनों प्रखंडों के बिजली व्यवस्था में सुधार होगी. इसके अलावा 1.32 लाख केवीए की लाइन की रिकॉर्डिंग का कार्य किया जायेगा. यह कार्य छपरा ,एकमा ,रघुनाथपुर लाइन में होगा. एकमां और मशरक ग्रीड में 33 केवीए के लाइन भी निकल जायेंगे ताकि आपात स्थिति में बिजली आपूर्ति बहाल की जा सके. इन सभी साथ योजनाओं पर 634 करोड रुपए खर्च किये जायेंगे.योजना एक नजर में
-11.87 करोड़ की लागत से अमनौर प्रखंड के नजदीक 33/11 केवी विद्युत शक्ति उपकेंद्र का निर्माण-9.87 करोड़ की लागत से मशरख प्रखंड के चांदकुदरिया में 33/11 केवी विद्युत शक्ति उपकेंद्र का निर्माण-545.9 करोड़ की लागत से 400/220/132 केवी ग्रिड उपकेंद्र, छपरा (नया) एवं सम्बद्ध संचरण लाईनों का निर्माण कार्य
-60.01 करोड़ की लागत से छपरा, एकमा, रघुनाथपुर 132 केवी के संचरण लाइन का एचटीएलएस द्वारा रिकन्टक्टरिंग का कार्य-286.80 लाख की लागत से 33 केवी ग्रिड उपकेंद्र, एकमा में दो 33 केवी लाइन बे का निर्माण कार्य
-143.40 लाख की लागत से 33 केवी ग्रिड उपकेंद्र, मशरक में एक 33 केवी लाइन बे का निर्माण कार्य-286.80 लाख की लागत से 33 केवी ग्रिड उपकेंद्र, शीतलपुर में दो 33 केवी लाइन बे का निर्माण कार्य
क्या कहते हैं अधिकारी
बिजली के क्षेत्र में सारण दिन प्रतिदिन आगे बढ़ते जायेगा. यह योजनाएं पूरी हो जाती है तो पूरे सारण में गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति बहाल हो जायेगी. लो वोल्टेज और पावर कट की समस्या लगभग खत्म हो जायेगी.रितेश कुमार, अधीक्षण अभियंता, एनबीपीडीसीएल, सारण अंचल
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