मुंगेर. बिहार शिक्षा परियोजना मुंगेर के समावेशी शिक्षा संभाग की ओर से समावेशी शिक्षा को लेकर सदर मुंगेर बीआरसी परिसर पूरबसराय में सोमवार से तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण की शुरूआत हुई. जिसमें नोडल शिक्षकों को समावेशी शिक्षा पर आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ताकि दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई आसान हो और शिक्षा की मुख्यधारा में जुड़ सके. इस प्रशिक्षण में सदर प्रखंड के चयनित 37 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया. प्रशिक्षण अखिलेश्वर पांडेय एवं रणधीर कुमार गुप्ता ने प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों को समावेशी शिक्षा की आवश्यकता और उसके महत्व पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सामान्य बच्चों की तरह दिव्यांग बच्चों को भी समान शिक्षा देना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना ही इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है. शिक्षकों को सिखाया गया कि कैसे सभी बच्चों, जिनमें दिव्यांग बच्चे भी शामिल हैं, के लिए एक समान शैक्षिक वातावरण बनाया जाये. प्रशिक्षण में दिव्यांग बच्चों की पहचान करने और उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं को समझने का तरीका बताया गया. प्रशिक्षण के दौरान समावेशी शिक्षा के सिद्धांत, दिव्यांग बच्चों की पहचान, शिक्षण पद्धति में बदलाव और सहयोगी तकनीकों का उपयोग जैसे विषय से शिक्षकों को अवगत कराया कराया गया. प्रशिक्षण प्राप्त करने वालें नोडल शिक्षकों में रूची कुमारी, माला कुमारी, मो फरदोस नईम, रूपाली शर्मा, प्रियता भारती, मधु कुमारी, आनंद शंकर, गौतम कुमार, नवीन कुमार रेशमा प्रवीण, सोनी कुमारी, नेहा मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे.
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