छपरा. इस बार शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू हो रही है. जिला मुख्यालय समेत पूरे सारण में नवरात्र का माहौल बनने लगा है. सभी जगह शानदार पांडाल तैयार होने लगे हैं. इस बार नगर पालिका चौक पर मेला दर्शनार्थियों को राजस्थान के बीकानेर में स्थित करणी माता के मंदिर के पंडाल प्रतिरूप देखने को मिलेगा जिसमें शेरावाली मां विराजमान होगी. हर साल कुछ बेहतर करने की सोच के तहत इस बार भी नगर पालिका चौक पूजा समिति के सदस्यों ने एक शानदार पंडाल बनाने का निर्णय लिया और काम लगभग 50 फ़ीसदी तक पूरा भी हो गया है. पश्चिम बंगाल के ज्योति दादा की कारीगरी को इस बार जिलावासी देखेंगे. एक तरफ जहां पंडाल बन रहा है, वहीं दूसरी तरफ मां की भव्य प्रतिमा भी लगभग तैयार हो चुकी है. मूर्तिकार राजू पंडित दूसरी बार यहां प्रतिमा बना रहे हैं उन्हें बहुत खुशी है की शहर के हृदय स्थल पर काम करने का मौका मिलाहै. उन्होंने बताया कि यहां काम करने पर बड़ा ही सम्मान मिलता है और सुकून भी मिलता है. यह सब माता की कृपा है.
पट खोलने के एक दिन पहले पंडाल हो जायेगा फाइनल
कारीगरों के अनुसार पंडाल और प्रतिमा का 100 प्रतिशत निर्माण आंख खुलने के एक दिन पहले यानी षष्ठी तिथि को हो जायेगा. इस बार 20 दिन पहले से ही निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 15 से अधिक कारीगर लगे हुए है. पंडाल को बेहतर रूप देने के लिए 3500 वर्ग मीटर कपड़ा, 1000 बांस , 1500 लकड़ी का बीट, तीन पॉकेट किल, 20 से 25 बंडल सुतली और अन्य सामान लगेंगे. निर्माण में लगभग 8.5 लाख रुपए की लागत आ रही है.
पंडाल का अंदर का लुक भी होगा शानदार
नगर पालिका चौक पर बन रहे करणी माता की मंदिर के प्रतिरूप भव्य पंडाल में मां शेरावाली स्थापित हो रही है. मूर्तिकार राजू पंडित के अनुसार यहां मां दुर्गा के अलावा मां सरस्वती, लक्ष्मी, गणेश, कार्तिकेय और राक्षसों के प्रतिमाएं बनाई जा रही है. वही पंडाल निर्माता लकी टेंट हाउस और बंगाल के कारीगर ज्योति दादा का कहना है कि पंडाल का अंदर का लुक काफी आकर्षक होगा हर लोग चाहेगा कि अपने मोबाइल में कैद कर ले. पंडाल के बाहर और भीतर लगभग 80 हजार रुपये की लागत से थर्मोकोल की कारीगरी होगी. वैसे इस साल का टोटल पूजा खर्च 15 लख रुपये रखा गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की तैयारी हो रही है.1965 से यहां बन रहा पंडाल
नगर पालिका चौक पूजा पंडाल के इतिहास की बात करें तो 1965 से यहां पर पूजा अर्चना की जाती है और पंडाल का निर्माण होता है सबसे पहले यहां अध्यक्ष के रूप में सकल राय रहे. अब नहीं रहे लेकिन उनके कार्यों को बरकरार रखने के लिए वर्तमान में शत्रुघ्न राय उर्फ नन्हे राय जुटे हुए हैं. वे पूजा समिति के अध्यक्ष है. उन्होंने बताया कि पूजा को बेहतर रूप में बनाने के लिए पूजा समिति के उपाध्यक्ष रमेश प्रसाद, संतोष राय, शेखर सिन्हा, निशांत कुमार, सुनील कुमार गुप्ता, अभिषेक जैन, सरोज कुमार, लाइसेंस धारी शत्रुघ्न प्रसाद, वीरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, विशाल जैन, संजय कुमार, संतोष कुमार, मोनू गुप्ता व अन्य सदस्यों का सहयोग सर्वोपरि है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

