बिहारशरीफ. सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक ने एक बार फिर राज्य स्तर पर अपनी उत्कृष्टता का लोहा मनवाया है. ब्लड बैंक की गुणवत्ता जांच में नालंदा को 520 में से पूरे 520 अंक प्राप्त हुए हैं. खास बात यह है कि इस साल अप्रैल में जारी की गई रैंकिंग में भी यहां का प्रदर्शन सर्वोत्तम रहा था. जबकि दूसरे नंबर पर बांका और तीसरा स्थान जहानाबाद को मिला है. राज्य सरकार द्वारा तय किए गए 10 पैरामीटर पर जांच की गई, जिसमें नालंदा ब्लड बैंक हर मानक पर खरा उतरा. इनमें एचबीएसएजी, एंटी एचसीवी, एचआईवी, सिफलिस, मलेरिया, हीमोग्लोबिन, डीसीटी, एचबीओआरएच, एचबीओआरएच डोनर और ब्लड की अनुकूलता (कम्पैटिबिलिटी) की जांच शामिल है. ब्लड बैंक का मूल्यांकन एक्सटर्नल क्वालिटी एसेसमेंट स्कीम (ईक्वास) के तहत किया जाता है. इसके लिए खून के सैंपल राज्य स्तरीय लैब में भेजे जाते हैं. जिला स्तर पर जो सैंपल लिए जाते हैं, जिनकी रिपोर्टिंग निर्धारित समय पर राज्य स्तरीय रिपोर्टिंग सिस्टम को भेजी जाती है. एलाइजा मशीन से जांच सदर अस्पताल ब्लड बैंक में अत्याधुनिक एलाइजा मशीन स्थापित हैं, जिनसे सभी प्रकार की जांच की जाती है. विशेषज्ञों के अनुसार इस प्रक्रिया में उच्च गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाता है. यही वजह है कि नालंदा का ब्लड बैंक लगातार राज्य स्तर पर शीर्ष स्थान बनाए हुए है. सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया सदर अस्पताल में व्यवस्थित तरीके से ब्लड बैंक का संचालन किया जा रहा है. सभी जांच वैज्ञानिक पद्धति से होती है और रिपोर्ट तैयार करने में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखा जाता है. यही कारण है कि नालंदा का ब्लड बैंक राज्य में शीर्ष पर है.
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