एक्स की सपोर्ट टीम के साथ-साथ बिहार पुलिस के साइबर सेल में की गयी शिकायत
संवाददाता, पटनासाइबर अपराधियों ने राज्य सरकार के जल संसाधन विभाग का एक्स हैंडल हैक कर इसका इस्तेमाल कई अलग-अलग नाम से किया. यहां तक कि इसे बदल कर जर्मनी के राष्ट्रपति का हैंडल भी बना दिया था. विभाग ने इसकी शिकायत एक्स की सपोर्ट टीम के साथ-साथ बिहार पुलिस के साइबर सेल में भी की है. इस संबंध में विभाग की तरफ से बुधवार को जानकारी दी गई है. इसमें बताया गया है कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टाइनमायर का आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट हैक करके उसे जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार नाम दे दिया गया है. ऐसी खबरें भ्रामक और तथ्यों से परे हैं.
विभाग की तरफ से बताया गया है कि जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के आधिकारिक एक्स (ट्विटर) एकाउंट (@WRD_Bihar) को ही कुछ दिन पहले अज्ञात साइबर अपराधियों ने हैक कर लिया था. यह आधिकारिक एक्स एकाउंट पहले से ही एक्स की ओर से ग्रे चेक (सरकारी संस्थान का हैंडल) के साथ वेरिफाइड भी है. पिछले कुछ दिनों में ही हैकर द्वारा एक्स एकाउंट का नाम और हैंडल कई बार बदला जा चुका है. इस हैंडल से ऐसी सामग्री पोस्ट की गई, जिनसे जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार का कोई संबंध नहीं है.कई बार बदला गया नाम और हैंडल
विभागीय जानकारी के अनुसार इसे हैक करने के बाद, साइबर अपराधियों ने इसका नाम और हैंडल कई बार बदला है. सबसे पहले इसे “CHINA AI ” (@JKennedyTruth) के रूप में बदला गया. फिर इसे “Anonymous group ” (@AnonymousAPTg) कर दिया गया. बाद में इसे “Stargate U.S. ” (@Stargate_GOV), फिर “UN State ” (@UNstatenation) और फिर “Marcelo Rebelo ” (@ChapuDanielgov) के रूप में परिवर्तित किया गया. हाल में इसे फिर से बदल कर ‘’Frank Steinmeier ” (@FrankWalterGER) नाम से अपडेट किया गया था.एक्स की सपोर्ट टीम को दी गई थी जानकारी
जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा एकाउंट हैक होने के अगले ही दिन एक्स की सपोर्ट टीम से संपर्क किया गया. साथ ही विभाग के ऑफिशियल एकाउंट को फिर से बहाल करने का अनुरोध किया गया. ऐसा लगता है कि एक्स की सपोर्ट टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए इसके नाम को बदल कर फिर से जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार किया गया है. इस संबंध में एक्स के आधिकारिक ईमेल का विभाग को इंतजार है. इस ऑफिशियल एक्स एकाउंट से जिन 77 लोगों को फॉलो किया जा रहा है, उनमें से ज्यादातर बिहार के ही हैं, जिन्हें पहले ही जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार की सोशल मीडिया टीम द्वारा फॉलो किया गया था.प्रधान सचिव ने कहा: भ्रामक खबरों पर नहीं करें विश्वास
इस संबंध में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने सभी नागरिकों, मीडिया संस्थानों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से अनुरोध किया है कि मीडिया में चल रही भ्रामक खबरों पर विश्वास नहीं करें. उन्होंने कहा है कि जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के आधिकारिक स्रोतों से जारी होने वाली जानकारियों पर ही भरोसा करें. उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग अपने सोशल मीडिया हैंडल्स की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और विभाग के ऑफिशियल एक्स एकाउंट को हैक किये जाने की शिकायत बिहार पुलिस के साइबर सेल से भी की जा चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है