रांची. सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर कार्यरत नर्सों ने बुधवार सुबह विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन उस समय शुरू हुआ जब 23 सितंबर की देर शाम एक नोटिस जारी कर बताया गया कि नर्सों की पुनर्नियुक्ति के लिए परीक्षा ली जायेगी. विरोध कर रहे कर्मचारियों के अनुसार यह निर्देश मैट्रन नीली कुजूर ने दिया, जिसके बाद मॉर्निंग शिफ्ट की नर्सों ने ड्यूटी पर जाने से इनकार कर दिया. उन्होंने अन्य आउटसोर्सिंग स्टाफ को भी काम करने से रोक दिया. सुबह छह बजे से 8:30 बजे तक अस्पताल परिसर में काम ठप रहा. नर्सों का कहना था कि आठ वर्षों तक सेवा देने के बाद अचानक परीक्षा की शर्त रखना अन्यायपूर्ण है. फिलहाल सदर अस्पताल में मेसर्स समानता सिक्योरिटी सहित अन्य एजेंसियों के माध्यम से करीब 350 मेडिकल स्टाफ आउटसोर्सिंग पर कार्यरत हैं. प्रदर्शन कर रही नर्सों का तर्क था कि मरीजों की सेवा में अर्जित अनुभव को किसी लिखित परीक्षा से नहीं आंका जा सकता. विरोध के बाद अस्पताल के उपाध्यक्ष डॉ बिमलेश सिंह और सुपरवाइजर अजीत कुमार मौके पर पहुंचे. समझाने-बुझाने के बाद नर्सें काम पर लौटने को तैयार हुईं. बातचीत के बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनकी नौकरी पर कोई संकट नहीं आएगा और परीक्षा की शर्त भी नहीं लागू होगी. इसके बाद नर्सों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया. फिलहाल अस्पताल परिसर में स्थिति सामान्य है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

