माधव 2 से 16
-सुबह में ही तीज व्रत का प्रसाद बनाया-नये वस्त्र और शृंगार कर पूजा की गयी
-पिया व बच्चों की सलामती की प्रार्थनाउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
अखंड सौभाग्य के लिए विवाहिताओं ने तीज का व्रत किया. कई घरों में सुबह में ही तीज व्रत का प्रसाद बना. घरों में पुरोहितों ने व्रतियों को तीज व्रत का पूजन कराया व शिव-पार्वती की कथा सुनायी. महिलाएं नयी साड़ी व शृंगार कर पूजा के लिए तैयार हुईं. मां पार्वती व शिवजी की कथा सुनी.यह सिलसिला रात तक चलता रहा. निर्जला व्रत कर पूरी रात जागरण किया. इस दौरान पार्वती की आराधना की गयी. व्रत को लेकर पुरोहिताें के पास समय की कमी रही. कई घरों में महिलाएं तीज पूजा के लिए पुरोहित का इंतजार करती रहीं.मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शंकर को पाने के लिए तीज का व्रत किया था. जो महिलाएं पूरी आस्था से व्रत रखकर तीज की कथा सुनती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उनके घर में सुख-समृद्धि आती है.गरीबनाथ मंदिर में पूजन के लिए भीड़
तीज पूजा के लिए गरीबनाथ मंदिर में महिलाओं की भीड़ रही.सुबह सात बजे से ही महिलाएं पूजन की थाल लेकर मंदिर पहुंचती रहीं. यहां पुरोहितों ने सामूहिक पूजा करायी. मंदिर में पूजा कराने के लिए सैकड़ों व्रतियों को इंतजार करना पड़ा. मंदिर के दोनों ऊपरी तले पर पूजन की व्यवस्था की गयी थी. हालांकि भीड़ अधिक थी. ऐसे में पूजा खत्म होने तक महिलाओं को रुकना पड़ा. पुजारी पं विनय पाठक ने कहा कि सुबह से रात तक करीब सात हजार व्रतियों ने तीज की पूजा की. इसके अलावा गोला रोड स्थित कमलेश्वर मंदिर, शिव मंदिर, बांके साह चौक स्थित रामजानकी मंदिर में भी महिलाएं तीज पूजन व कथा सुनने के लिए पहुंचीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

