झुमरीतिलैया.जैन धर्म का सर्वोच्च पर्व दशलक्षण पर्यूषण महापर्व नौंवां दिन जैन धर्मावलंबियों ने उत्तम आकिंचन धर्म के रूप में मनाया. पंडित अभिषेक शास्त्री और डॉ निर्मला दीदी ने कहा कि किंचित भी मेरा नहीं है, दुनिया का कोई भी पदार्थ मेरा नहीं है. ऐसा मानना और जानना ही आकिंचन धर्म है, जो बाहर भीतर एक हो, वहीं पर आकिंचन धर्म खिलता है, जिस धर्म से परमात्मा का रहस्य प्रकट होता है. दुनिया में स्वस्थ वही है, जो निर्विकल्प है. निराकुल है. अर्थी सजने के पहले जीवन के अर्थ को समझना जरूरी है, नहीं तो अनर्थ हो जाता है. दीदी ने कहा कि जीवन के सार को समझना आवश्यक है. जीवन से ममत्व और विकल्पों का त्याग ही आकिंचन धर्म है. संसार क्षणभंगुर है. यहां सिर्फ दुख है. मनुष्य खाली हाथ आया है, खाली हाथ जायेगा. इससे पूर्व प्रातः जयपुर से आये दीदी के मुखारविंद से नया मंदिर में महाशांति धारा का पाठ किया गया. महावीर भगवान की प्रतिमा का प्रथम अभिषेक और शांतिधारा अनिल, रौनक जैन कासलीवाल, प्रदीप पीयूष जैन छाबड़ा परिवार को मिला. बड़ा मंदिर में भगवान पारसनाथ का प्रथम अभिषेक व शांति धारा का सौभाग्य कमल, राजीव अमित जैन छाबड़ा के परिवार को मिला. सरस्वती भवन में श्री बिहार अनंतनाथ भगवान की प्रतिमा पर प्रथम अभिषेक मुन्ना-दिलीप जैन बाकलीवाल शांति धारा का सौभाग्य विजय विवेक जैन छाबड़ा के परिवार को मिला. 1008 पुष्पदंतनाथ भगवान का मंगल विहार और प्रथम अभिषेक प्रकाश विदित जैन गंगवाल, शांतिधारा का सौभाग्य पारस ऋषभ जैन सेठी के परिवार को मिला. दूसरी ओर से रतन लाल जैन पहाड़िया, नमन जैन गंगवाल, मनोज जैन विनायक को मिला. साथ ही नीचे वेदी 1008 आदिनाथ भगवान की वेदी में प्रथम अभिषेक और शांतिधारा का सौभाग्य ललित सौरभ जैन पापड़ीवाल के परिवार को मिला. दशलक्षण व्रत धारी का समाज के सह मंत्री राज जैन छाबड़ा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन काला, सुबोध-आशा जैन गंगवाल, ललित-नीलम जैन सेठी, सुरेश जैन झांझरी, सुशील जैन छाबड़ा, निवर्तमान पार्षद पिंकी जैन ने अनुमोदना की. साथ ही कहा कि सोलह व्रत करनेवाली प्रेम झांझरी, दशलक्षण व्रतधारी अंकित जैन ठोल्या, नेहा जैन झांझरी के व्रत की अनुमोदना करते हुए भजनों और विनती का कार्यक्रम मंदिर में हुआ. रात्रि में नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता हुआ. जिसमे सभी प्रतियोगी को रांची प्रवासी सरोज, अंकुर जैन पापड़ीवाल की और से पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम की परियोजना निदेशक रिंकू जैन गंगवाल, मौना जैन छाबड़ा, कार्यक्रम संयोजक संजय ठोल्या, मोहित जैन सोगानी, आशा जैन गंगवाल, रीता जैन सेठी, आशिका जैन कासलीवाल ने सभी बच्चों को बधाई दी. कूपन के द्वारा निकले विशेष दो भाग्यशाली व्यक्ति को पुरस्कार जैन युवक समिति शिखर जी महा वंदना ग्रुप के द्वारा दिया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

