खास बातें
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से व्यवसाय के लिए इच्छुक को मिलेंगे दस हजार रुपयेयोजना लाभ के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की महिलाओं का जीविका से जुड़ना जरूरी
शहरी क्षेत्र के हर वार्ड में जीविका समूह का हाे रहा गठन, 35 दीदियां बना रहीं समूहउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
सीएम महिला रोजगार योजना की शुरुआत इसी महीने से होगी. हर घर की महिलाओं को व्यवसाय के लिए दस हजार रुपये दिये जायेंगे. छह महीने में उनके व्यवसाय का आकलन कर सरकार दो लाख की सहायता राशि देगी. लेकिन इस योजना का लाभ लेने के लिए शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्र की महिलाओं को जीविका से जुड़ना होगा. ग्रामीण क्षेत्र की जीविका से जुड़ी महिलाएं अपने संकुल स्तरीय संघ के पास आवेदन करेंगी. इसके लिए ग्राम संगठन की विशेष बैठक आयोजित कर सभी से आवेदन लिए जायेंगे. प्रखंड परियोजना इकाई जीविका द्वारा सभी आवेदनों को एमआइएस पोर्टल पर डाला जायेगा.शहरी क्षेत्र के लिए एक पोर्टल बनाया जा रहा है, जिसके तहत महिलाओं को आवेदन करना होगा. इससे पहले उन्हें शहर में चल रहे जीविका समूह से जुड़ना होगा.फिलहाल वार्ड स्तर पर जीविका समूह का गठन किया जा रहा है. जीविका के 35 सदस्य समूह बनाने में जुटे हुए हैं. शहरी क्षेत्र की महिलाएं पहले जीविका से जुड़ेंगी, इसके बाद पोर्टल पर आवेदन करेंगी. शहरी क्षेत्र के समन्वयक पन्ना लाल सहनी ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में जीविका समूह का गठन किया जा रहा है. प्रत्येक वार्ड में समूह बनाया जा रहा है, जिससे अधिक संख्या में महिलाएं जुड़ सकें. इसके लिए 35 दीदियां काम कर रही हैं. समूह के गठन के बाद पोर्टल पर जीविका दीदियों का आवेदन लिया जायेगा.
इन्हें मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना का लाभ वैसी महिलाओं को मिलेगा जिनके बच्चे अविवाहित हों. आवेदिका की उम्र 18 से 60 साल हो. उनके पति सरकारी नौकरी में नहीं हो और आयकर न देते हों. सभी आवेदनों की जीविका मुख्यालय द्वारा जांच की जायेगी. जांच के बाद राशि सभी लाभुकों के आधार से संबंध बैंक खाते में भेजी जायेगी. इसके बाद महिलाओं के आधार नंबर से जुड़े बैंक अकाउंट में राशि भेजी जायेगी.
इन व्यवसायों के लिए मिलेगी सहायता राशि
फल जूस डेयरी प्रोडक्ट की दुकान, सब्जी व फल की दुकान, किराना दुकान, प्लास्टिक सामग्री बर्तन की दुकान, खिलौना व जनरल दुकान, ऑटोमोबाइल रिपेयर दुकान, मोबाइल बिक्री व मोबाइल रिचार्ज, स्टेशनरी व फोटो कॉपी दुकान, खाद्य सामग्री दुकान, ब्यूटी पार्लर, कॉस्मेटिक व कृत्रिम ज्वेलरी दुकान, कपड़ा, फुटवियर, सिलाई दुकान, बिजली उपकरण, बर्तन की दुकान, कृषि कार्य, इ-रिक्शा ऑटो रिक्शा की दुकान, बकरी, मुर्गी व गो- पालन.:::::::::::::::::::::::::
शहरी क्षेत्रों में समूह का गठन किया जा रहा है. कई वार्डों में समूह बन गये हैं. इच्छुक महिलाओं को समूह से जोड़ा जा रहा है. जीविका की ओर से एक पोर्टल भी बनाया जा रहा है. शहरी क्षेत्र की जीविका दीदियां पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन देंगी. – अनीशा, डीपीएम, जीविकाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

