गया. स्टैंडिंग कमेटी की बैठक से पहले हर किसी के चेहरे पर विधानसभा चुनाव की चिंता दिखी. चुनाव से पहले सरकार की ओर से विकास योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. बुधवार को शहरी विकास एवं आवास मंत्री जीवेश मिश्रा यहां योजनाओं का शिलान्यास करने पहुंच रहे हैं. इससे पहले ही किचकिच शुरू है. स्टैंडिंग की बैठक शुरू होते ही बिना काम शुरू हुए शिलापट्ट लगाने की बात पर गर्मागर्मी बहस होती रही.
इस दौरान पार्षद प्रतिनिधियों ने कहा कि उनके यहां आने का कोई मतलब ही नहीं रह गया है. निगम से पूरा किये गये विकास योजनाओं के शिलापट्ट पर कई जनप्रतिनिधियों का नाम लिखा जा रहा है. इसका विरोध एकजुट होकर सभी पार्षद व पार्षद प्रतिनिधियों ने किया. पार्षदों का कहना था कि विधायक के अपने फंड से वार्ड में काम कराया जाता है, तो वे पार्षद के बजाय आम लोगों का नाम शिलापट्ट पर डलवाते हैं. नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि विधायक का अपना फंड होता है. निगम में राज्य व केंद्र सरकार योजनाओं का काम पूरा कराने के लिए पैसा देती हैं. प्रोटोकॉल के अनुरूप ही काम होगा. विभाग का आदेश है कि शिलापट्ट पर सदस्यों का नाम होगा. आगे इस बारे में बात की जायेगी. बहुत देर तक खींचतान के बाद बुधवार को होने वाले शिलान्यास के लिए पार्षद व प्रतिनिधि मान गये.सहायक अभियंता पर दुर्व्यवहार का आरोप
बैठक में वार्ड 42 के पार्षद राजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि यहां से महिला सहायक अभियंता ने दुर्व्यवहार किया. वार्ड एक के पार्षद प्रतिनिधि जितेंद्र वर्मा ने कहा कि सहायक अभियंता ने फोन कर ठेकेदार से गाली-गलौज की. नगर आयुक्त ने कार्यपालक अभियंता से कहा कि इस तरह की शिकायत हर दिन सुनने को मिल रही है. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए. इस बारे में जांच की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है