गोपालगंज. मीरगंज नगर परिषद कार्यालय में शुक्रवार को दिन में करीब पौने बारह बजे अचानक आग लग गयी. देखते ही देखते ग्राउंड फ्लोर से उठे धुंए ने विकराल रूप ले लिया और पूरे कार्यालय परिसर में अफरातफरी मच गयी. असपास के लोग जुट गये. धुंआ उठते ही लोगों ने मुख्य पार्षद अनिता देवी को सूचना दी. सूचना पर उनके पति अरुण केसरी मौके पर पहुंचे और तुरंत दमकल विभाग को आग की जानकारी दी. इस बीच उपाध्यक्ष धनंजय यादव सहित कई वार्ड पार्षद भी पहुंच चुके थे. थोड़ी ही देर में दमकल की दो गाड़ियां और नगर परिषद की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की. करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी. तब तक पीएम आवास योजना, समेत कई महत्वपूर्ण फाइले कार्यालय में टेबल पर रखी कई सामान जलकर राख हो चुके थे. मुख्य पार्षद के पति ने बताया कि आग से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, केवल कुछ कागजात जले हैं. हालांकि, घटना के बाद लोगों में यह चर्चा बनी रही कि कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जल गये हैं. आग लगने का कारण प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है. इस घटना के बाद नगर परिषद परिसर में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गयी.
पांच करोड़ की धांधली की चल रही थी जांच
मीरगंज नगर परिषद में पांच करोड़ से अधिक की धांधली की जांच टीम कर रही है. डीसीएलआर हथुआ के नेतृत्व में चल रही जांच के बीच से रेकॉर्ड के जलने से लोग सवाल उठा रहे. साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश होने से इंकार नहीं किया जा सकता. फाइलों की जांच से सच सामने आ सकता था.आग लगने की घटना की होगी जांच : मुख्य पार्षद
मुख्य पार्षद अनिता देवी ने कहा कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी या किसी अन्य कारण से, इसकी जांच करायी जायेगी. फाइलों के नुकसान से काम करने में परेशानी आ सकती है. छुट्टी के दिन आंग लगने की जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

