दशलक्षण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म की हुई पूजा
रामगढ़. जैन समाज, रामगढ़ के दोनों जिनालयों में दशलक्षण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म की पूजा हुई. सुबह से ही जिनालयों में जैन धर्मावलंबियों ने पंडित निवेश शास्त्री व भजन गायक निलेश जैन के सानिध्य में जैनेंद्र भगवान के प्रति अपनी भक्ति अर्पित की. उत्तम सत्य धर्म के अवसर पर रामगढ़ जिनालय में प्रथम जलाभिषेक का सौभाग्य शांतिलाल, श्रवण व सेठी परिवार, इंद्रमणि देवी चूड़ीवाल परिवार, महावीर प्रसाद, विकास गंगवाल परिवार, महावीर, नरेंद्र छाबड़ा परिवार, अरुणा जैन परिवार, हरक चंद व विवेक अजमेरा परिवार को प्राप्त हुआ. शांतिधारा का सौभाग्य हरक चंद, विवेक अजमेरा परिवार, इंद्रमणि देवी चूड़ीवाल परिवार को प्राप्त हुआ. रांची रोड जिनालय में प्रथम अभिषेक का सौभाग्य विनोद सेठी परिवार, शांतिधारा का सौभाग्य हीरालाल व राजेंद्र पाटनी परिवार को प्राप्त हुआ. सत्य धर्म के बारे में जैन समाज के उपाध्यक्ष राजू पाटनी, सह सचिव विकास ने बताया कि दूसरों के मन में संताप उत्पन्न करने वाले निष्ठुर, कर्कश और कठोर वचनों का त्याग कर सबसे हितकारी और प्रियवचन बोलना सत्य धर्म है. सत्य का अर्थ केवल सत्य बोलना ही नहीं, बल्कि सत्य मानना और समझना भी है. विकास व श्रवण जैन ने बताया कि दशलक्षण महापर्व के छठे दिन उत्तम संयम धर्म की पूजा होगी.
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