धनबाद.
धनबाद साइबर थाना की पुलिस ने बुधवार को जोरापोखर थाना क्षेत्र के जामाडोबा निवासी रियाजुल हक अंसारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से प्रतिबिंब एप से मिले नंबर का सिम कार्ड बरामद किया है. वहीं रियाजुल ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया है कि उसने लगभग 40 से 50 हजार रुपये की ठगी की है. यह जानकारी गुरुवार को साइबर डीएसपी संजीव कुमार ने अपने कार्यालय में दी. उन्होंने बताया कि रियाजुल हक को गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ की गयी. इसमें उसने बताया कि उसने यू ट्यूब पर वीडियो देखकर साइबर अपराध करना सीखा था. उसने पिछले छह माह में कई लोगों से छोटी-छोटी रकम ठगी की है. इस दौरान साइबर थाना प्रभारी अक्षय राम के अलावा अन्य लोग मौजूद थे.बिहार के दो व महाराष्ट्र की एक युवती को ठगा
साइबर डीएसपी ने बताया कि रियाजुल हक ने बिहार के पश्चिमी चंपारण जिला के दो युवक सतीश और मोहित से ठगी की. इन दोनों से वहां के साइबर थाना में शिकायत की थी. इसके अलावा उसने महाराष्ट्र के एमकेएसएस गर्ल्स कॉलेज की छात्रा रितिका कुमारी को भी अपना शिकार बनाया था. इन तीनों से एक ही नंबर से ठगी की गयी. इसके बाद प्रतिबिंब एप पर उसका नंबर मिला. जब उसने सिम को एक्टिव किया तो साइबर थाना की पुलिस को जानकारी मिली और उसके घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया गया.दोस्त व रिश्तेदार बन करता था ठगी
डीएसपी ने बताया कि वह किसी भी अनजान नंबर पर फोन करता था और उसे पहले पहचानने के लिए कहता था. इसपर सामने वाला किसी का नाम लेता तो वह कहता था कि मैं वही बोल रहा हूं. उसके बाद उसे अपने बातों में उलझा कर कभी बीमार तो कभी किसी परेशानी में होने की जानकारी देता था. उससे हजारों रुपये ठग लेता था. उसने एक युवक से उसका जीजा बनकर ठगी की. पुलिस ने बताया कि वह ठगी की राशि अपने कोलकाता के रहने वाले एक दोस्त के मोबाइल पर मंगाता था और उसके बाद दोनों रुपये आधा-आधा बांट लेते थे. पुलिस को उसकी जानकारी मिल गयी है. जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जायेगा. छापेमारी दल में इंस्पेक्टर सरस्वती कुमारी मिंज, इंस्पेक्टर विकास प्रसाद, एएसआइ इफ्तेखार अहमद व अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है