संजीव मिश्रा, देवघर . जिले में बस संचालक अपनी सुविधा के लिए जिला प्रशासन से हर मदद चाहते हैं, लेकिन सरकार के राजस्व यानी रोड टैक्स जमा करने में रुचि नहीं दिखाते. परिवहन विभाग की ताजा रिपोर्ट ने बस संचालकों के इस पक्ष का खुलासा किया है. विभाग के अनुसार पिछले चार सालों से 14 लोगों ने कुल 32 बसों का टैक्स जमा नहीं किया है. इन पर मिलाकर 74 लाख रुपये से अधिक का बकाया हो गया है. जानकारी के मुताबिक, इस सूची में अधिकांश लोग आपस में सगे- संबंधी हैं. बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेशानंद झा के नाम से छह बसों पर 14.12 लाख रुपये का बकाया दर्ज है. उनकी पत्नी शारदा देवी की तीन बसों पर 4.89 लाख रुपये का बकाया है. वहीं इनके चचेरे भाई गणेशानंद झा की दो बसों पर 8.03 लाख और राजेश आनंद झा की दो बसों पर 5.53 लाख रुपये टैक्स लंबित है. इनके पिता शिवानंद झा की एक बस पर 37 हजार रुपये से अधिक बकाया बताया गया है. इसके अलावा, महेश मंडल की दो बसों पर 2.38 लाख, नारायण झा भगत की दो बसों पर 2.98 लाख, राजकमल की एक बस पर 63 हजार, राजीव रंजन की बस पर 2500 रुपये, रुबी झा की एक बस पर 3.04 लाख, शशिकांत की दो बसों पर 5.96 लाख, शिवेंद्र भूषण पांडे की तीन बसों पर 11.08 लाख, ललिता झा की एक बस पर 2.88 लाख और ब्लू बेल्स कंपनी के डायरेक्टर की दो बसों पर 12.03 लाख रुपये टैक्स बकाया है. परिवहन विभाग ने सभी बस मालिकों को ऑनलाइन टैक्स जमा करने का निर्देश दिया है. विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि यदि तय समय पर राशि जमा नहीं की गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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