नारायणपुर. डायट पबिया में “जेंडर“ पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को समापन हुआ. प्रशिक्षण में नाला और करमाटांड़ प्रखंड से 106 शिक्षकों ने हिस्सा लिया. संकाय सदस्य सुबोध कुमार ने बताया कि समाज में सभी लिंगों को समान अधिकार और सम्मान मिलना आवश्यक है. शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक अवसर और निर्णय प्रक्रिया में समान भागीदारी तभी संभव है. जब जेंडर समानता को व्यावहारिक रूप से लागू किया जाए. आइसीआरडब्ल्यू संस्था के विनीत झा, कुमुद रंजन और नित्या बर्नवाल ने जेंडर अवधारणा, शिक्षा में लैंगिक समानता का महत्व, जेंडर आधारित कार्य विभाजन, नई शिक्षा नीति 2020 में जेंडर परिदृश्य पर विस्तार से चर्चा की. धन्यवाद ज्ञापन कसंकाय सदस्य तैय्यब अंसारी ने किया. कहा कि जेंडर के आधार पर कार्यों का विभाजन समाज में भेदभाव को बढ़ावा देता है, जिसे दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है. मौके पर विनोद कुमार, कृष्णा नन्द, समीर कुमार, बनलता गोराई, भवेश चौधरी, शरतचन्द्र गोस्वामी, शिव शंकर सोरेन आदि थे.
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