चाईबासा.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा शहर में दुर्गापूजा का उत्सव भव्यता और उल्लास के साथ चल रहा है. शहर के विभिन्न पूजा समितियां दर्शनीय और थीम आधारित पूजा पंडालों के निर्माण में जुटी हैं. पिल्लई हॉल में कुंबेश्वर धाम महादेव मंदिर के स्वरूप वाले पंडाल से लेकर गांधी टोला में दक्षिण भारतीय शैली, हनुमान मंदिर गाड़ीखाना में विशेष विद्युत सज्जा, और मेरीटोला में नारी शक्ति की थीम तक श्रद्धालुओं को मनमोहक अनुभव मिल रहा है. मूर्तियां और शानदार लाइटिंग इस महोत्सव को खास बना रही है.पिल्लई हॉल में कुंबेश्वर धाम महादेव मंदिर का स्वरूप
पिल्लई हॉल में कुंबेश्वर धाम महादेव मंदिर का स्वरूपश्री-श्री दुर्गापूजा समिति, पिल्लई हॉल इस साल 55वां वर्ष मना रही है. इस बार समिति ने दक्षिण भारत के कुंबेश्वर धाम महादेव मंदिर की झलक देने वाला भव्य पंडाल तैयार किया है, जो जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सजा होगा. पंडाल का निर्माण पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा किया जा रहा है और इस पर करीब 15 लाख रुपये खर्च होगा. समिति सचिव दिलीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि षष्ठी से नवमी तक अखंड चंडीपाठ का आयोजन किया जाएगा.
हनुमान मंदिर गाड़ीखाना में विद्युत सज्जा का आकर्षण
श्री श्री हनुमान मंदिर गाड़ीखाना दुर्गापूजा समिति द्वारा इस बार विशेष विद्युत सज्जा की जा रही है, जिसमें रंगीन लाइटें, झालरें और सजावटी रोशनी शामिल हैं. यह सज्जा उत्सव के माहौल को और भी सुंदर बना रही है और दूर-दराज के लोग इसे देखने आते हैं. इस पंडाल का आकार 40 फीट है और अनुमानित खर्च करीब 7 लाख रुपये है. समिति अध्यक्ष आनंद प्रियदर्शी ने बताया कि सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रहती है. पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर इस समिति के संरक्षक हैं.गांधी टोला :14 लाख से बन रहे पंडाल व प्रतिमांए
श्रीश्री गांधी टोला दुर्गापूजा समिति इस वर्ष अपने 50वें वर्ष में प्रवेश कर रही है, हालांकि इस बार समिति सदस्यों की आपदाओं के कारण सादगी से पूजा मनाएगी. इस बार दक्षिण भारतीय मंदिर की शैली में एक काल्पनिक मंदिर का निर्माण किया गया है. करीब 14 लाख रुपये की लागत से पंडाल निर्माण और प्रतिमाएं बनायी जा रही हैं. समिति पदाधिकारी अविनाश कुमार यादव ने बताया कि प्रतिमाओं का निर्माण चाईबासा के कुम्हारटोली के कुशल कारीगर संटू प्रजापति द्वारा किया जा रहा है.मेरीटोला में नारी शक्ति की थीम
श्री श्री सनातन दुर्गापूजा समिति मेरीटोला ने इस बार पंडाल को ‘नारी शक्ति’ की थीम पर सजाया है. यह भव्य पंडाल पश्चिम बंगाल के कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है. जबकि प्रतिमा का निर्माण स्थानीय मूर्तिकार संटू प्रजापति कर रहे हैं. पंडाल की लागत लगभग साढ़े तीन लाख और प्रतिमा की लागत 90 हजार रुपये है. समिति अध्यक्ष राजू यादव ने बताया कि इस वर्ष दुर्गा प्रतिमा को अजंता शैली में बनाया गया है, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगी. समिति की स्थापना 1946 में हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

