पेटरवार, राज्य के उत्पाद व मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद की पहल पर कसमार प्रखंड के सिल्ली साड़म गांव के 13 श्रमिकों की 48 घंटे के अंदर सकुशल घर वापसी हुई. सभी श्रमिकों को कई दिनों से विशाखापट्टनम स्थित एक निजी कंपनी में बंधक बनाकर काम करवाया जा रहा था. मंत्री को इस विषय की जानकारी मिलते ही उन्होंने तत्काल संबंधित विभागों व प्रशासनिक स्तर पर पहल की. लगातार समन्वय और निगरानी के बाद सभी श्रमिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हुई.
श्रमिकों ने बतायी आपबीती
बुधवार को सुबह रांची लौटने के बाद सभी श्रमिक मंत्री के रांची स्थित आवास पहुंचे और उनसे भेंट कर अपनी आपबीती बतायी. उन्होंने भावविभोर होकर आभार जताया और कहा कि उनके प्रयास के बिना वे अपने घर-परिवार तक सुरक्षित लौट नहीं पाते.
नागरिकों की रक्षा करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : योगेंद्र प्रसाद
इस दौरान मंत्री ने सभी का अभिनंदन किया. कहा कि राज्य सरकार अपने प्रत्येक नागरिक के साथ मजबूती से खड़ी है और उनकी सुरक्षा एवं अधिकारों की रक्षा करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. किसी भी परिस्थिति में राज्य के श्रमिकों को असुरक्षित महसूस नहीं होने दिया जाएगा. मंत्री जी ने श्रमिकों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करेगी तथा भविष्य में उनकी आजीविका के लिए आवश्यक सहायता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार लगातार ऐसे मामलों पर गंभीरता से नजर रख रही है, ताकि भविष्य में किसी भी श्रमिक को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. मंत्री ने रांची से सिल्ली साड़म तक सभी श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी के लिए विशेष बस की व्यवस्था की और उन्हें उनके गांव के लिए रवाना किया. इस पहल के लिए श्रमिकों और उनके परिजनों ने मंत्री के प्रति कृतज्ञता प्रकट की.
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