मीटर की हो सकेगी वास्तविक बिलिंग, फर्जीवाड़े पर लगेगी रोक
संवाददाता, धनबाद.
धनबाद व लोयाबाद डिवीजन में बिजली विभाग ने ऑप्टिकल कैरेक्टर रीडिंग ओसीआर एप से बिलिंग की शुरुआत कर दी है. सितंबर की बिलिंग इसी एप के माध्यम से होगी. ऊर्जा मित्रों के सिस्टम में इसे इंस्टॉल किया गया है. अब मीटर की रीडिंग के साथ छेड़छाड़ नहीं हो पायेगी. मीटर में जितनी रीडिंग आयेगी उतने ही यूनिट का बिल तैयार होगा. धनबाद से पहले इस एप को निरसा व चास में चलाया गया है. आने वाले समय में इसे पूरे राज्य में लागू किया जायेगा.कैसे काम करता है एप
पहले मीटर की रीडिंग लेने के बाद मैनुअली इस रीडिंग को मशीन में डालना पड़ता था. डाले गये रीडिंग पर बिजली बिल जनरेट होता था. अब ऐसा नहीं होगा. ओसीआर एप के माध्यम से मीटर की रीडिंग करते वक्त एप के माध्यम से कैमरा ऑन होगा. फोटो खींचने के बाद उसकी रीडिंग, मीटर नंबर और लोकेशन भी आ जायेगा कि इस बिजली बिल को कहां से जनरेट किया गया है. इससे फर्जी तरीके से बनने वाले बिजली बिल पर लगाम लगेगी.आने वाले समय में सभी सबडिवीजन में होगा काम
आने वाले समय में इसे धनबाद एरिया बोर्ड के सभी सबडिवीजन में लागू किया जायेगा. इसके माध्यम से मीटर की रीडिंग होगी. ऐसे में उपभोक्ता को सही बिल मिलने के साथ ही बिजली विभाग को इसका लाभ मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

