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परीक्षार्थियों की 10:15 बजे के बाद नहीं मिलेगा प्रवेशइलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर प्रतिबंध लगाया गया
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरबीआरएबीयू ने बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा (12 अक्तूबर) व पीएचडी प्रवेश परीक्षा (14 अक्तूबर) में नकल व अनियमितता रोकने के लिए कड़े नियम लागू किये हैं. परीक्षा की शुचिता व पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को डिस्टेंस एजुकेशन बिल्डिंग में कुलपति प्रो दिनेश चंद्र राय की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई. कुलपति ने स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा पूरी सख्ती व निष्पक्षता के साथ आयोजित की जाये. बैठक में सभी विभागाध्यक्षों, प्राचार्यों व केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने की हिदायत दी गयी.
कुलानुशासक व पैट 23-24 के नोडल पदाधिकारी प्रो विनय शंकर राय ने परीक्षा के संबंध में सख्ती से लागू होने वाले नियमों के बारे में जानकारी दी. बैठक में कुलसचिव प्रो समीर शर्मा, परीक्षा नियंत्रक प्रो राम कुमार व पीएटी की नोडल टीम के सभी प्रमुख सदस्य मौजूद रहे. विवि प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि नकल या कदाचार के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और ऐसे मामलों में तत्काल कानूनी कार्रवाई की जायेगी.सख्त नियम, नो एंट्री के निर्देश
सख्त समय सीमा:
परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों का प्रवेश सुबह 9 बजे से शुरू होगा, लेकिन 10:15 पूर्वाह्न के बाद किसी भी स्थिति में किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जायेगा. देर से आने वाले उम्मीदवारों को सीधे वंचित कर दिया जायेगा.इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूरी तरह बैन:
परीक्षा परिसर में मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ डिवाइस सहित सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का प्रयोग पूरी तरह से निषिद्ध है.ड्रेस कोड में सख्ती:
नकल की आशंका को खत्म करने के लिए फुल कमीज, जूता और मोजा पहनकर आने पर प्रतिबंधित रहेगा.दस्तावेज अनिवार्य:
सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र के साथ फोटो युक्त पहचानपत्र लाना अनिवार्य है, अन्यथा उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

