पीरपैंती भारत स्काउट एंड गाइड का चंपा देवी इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय शेरमारी पीरपैंती में पांच दिवसीय प्रथम सोपान प्रशिक्षण का दीक्षांत सह समापन समारोह का आयोजन गुरुवार को किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ भागलपुर से आए जिला संगठन आयुक्त विपिन कुमार सिंह, सहायक सचिव अमरनाथ सिंह, प्राचार्य मोहम्मद मेहताब आलम, सुबोध कुमार, स्काउट के जिला प्रशिक्षक मुकेश आजाद, गाइड कैप्टन जया मलिक और शमा तरन्नुम ने किया. भागलपुर से आए स्काउट के पदाधिकारी को अंग वस्त्र और बुके देकर सम्मानित किया गया. जिला संगठन आयुक्त बिपिन सिंह ने कहा कि स्काउट एंड गाइड ऐसी संस्था से जोड़ने से गाइड की छात्राओं में शारीरिक, मानसिक और नैतिकता का विकास होता है. प्रधानाध्यापक मोहम्मद महताब आलम ने कहा कि स्काउट गाइड बहुत अच्छी संस्था है, जिससे बच्चों के अंदर नई-नई प्रतिभा देखने को मिलता है. अतिथियों के साथ शिक्षिकाओं और शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चों को स्कार्फ, बैज और बागल देकर सम्मानित किया. प्रशिक्षक और गाइड कैप्टन ने गाइड प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली गाइड की छात्राओं को नीले झंडे तले देश सेवा, समाज सेवा, दूसरों की सहायता के लिए शपथ दिलायी. मौके पर सुप्रिया कुमारी, रितू कुमारी , जीनत , नंदनी कुमारी, कंचन कुमारी , रेंजर नैंसी रानी, अनु कुमारी, मोहम्मद नूर, सुमित कुमार आदि मौजूद थे. इस दौरान एक से बढ़कर एक आकर्षक डांस की प्रस्तुति की.
डीएम से फोरलेन सड़क में सर्विस रोड की मांग
मुंगेर से मिर्जाचौकी तक बन रही फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने सर्विस रोड देने की मांग की है. कंगाली चौक और कीर्तनिया गांव से होकर गुजर रहे इस मार्ग पर स्थानीय लोगों का कहना है कि लिंक रोड और ग्रामीण सड़क को किसी प्रकार से न तो एनएच-80 से और न ही फोरलेन से जोड़ा गया है. ग्रामीणों का कहना है कि सर्विस रोड की व्यवस्था नहीं करने से आने वाले समय में पकड़िया, दुबौली, कीर्तनीय, कंगाली चौक और योग्यातालाब जैसे गांव का विकास बाधित हो जायेगा. सैकड़ों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर डीएम को ज्ञापन सौंपा है. गांव के कीर्तनीया पंचायत के सरपंच, पंसस सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए अपने मोहर और दस्तखत दिये हैं. ग्रामीण प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि यदि फोरलेन सड़क से हमारे गांवों को सर्विस रोड से नहीं जोड़ा गया, तो हमारी खेती-बारी और रोजगार पूरी तरह प्रभावित हो जायेगा. किसानों की फसल बाजार तक नहीं पहुंच पायेगी और गांवों का विकास रुक जायेगा. आवेदन में ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि वह फोरलेन निर्माण का विरोध नहीं करते, बल्कि चाहते हैं कि इसका लाभ गांव-गांव तक पहुंचे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

