विवि में नये असिस्टेंट प्रोफेसरों का मामला प्रमाणपत्र जारी करने वाले संस्थानाें काे पत्र उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर राज्य विवि सेवा आयोग से अनुभव प्रमाणपत्र के वेटेज पर नियुक्त असिस्टेंट प्राेफेसराें के डाॅक्यूमेंट की जांच काे लेकर तैयारी शुरू हाे गयी है. बीआरएबीयू की ओर से वेटेज वाले शिक्षकाें काे प्रमाणपत्र जारी करने वाले संस्थानाें काे पत्र भेजा जायेगा. जिन शिक्षकाें काे अनुभव प्रमाणपत्र जारी किया गया है, उनकी नियुक्ति व वेतन भुगतान से संबंधित साक्ष्य लिया जायेगा. अनुभव प्रमाणपत्र पर 10 अंक वेटेज था, जिसके कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थियाें ने फर्जीवाड़ा किया है. कई मामले सामने आने के बाद विभाग ने वेटेज पर नियुक्त सभी शिक्षकाें के अनुभव प्रमाणपत्राें की जांच का आदेश दिया है. विश्वविद्यालयाें में आयोग के स्तर से असिस्टेंट प्राेफेसराें की नियुक्ति की जा रही है. पिछले साल इसमें गड़बड़ी के आरोप पर आयोग ने सभी विश्वविद्यालयाें काे जांच कर कार्रवाई काे कहा था. दिसंबर 2025 में ही आयोग के साथ उच्च शिक्षा निदेशालय ने विश्वविद्यालयाें काे पत्र भेजा था. जनवरी में विश्वविद्यालय की ओर से जांच के लिए कमेटी गठित की गयी, लेकिन कमेटी ने एक शिक्षक के सर्टिफिकेट की भी जांच नहीं की. पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक बुलायी थी, जिसमें अनुभव प्रमाण पत्र की जांच का मामला उठा. विभाग की ओर से 15 दिनाें में रिपाेर्ट उपलब्ध कराने काे कहा गया है. कुलसचिव प्राे समीर शर्मा ने बताया कि विवि में अब तक वेटेज पर नियुक्त सभी विषयाें के असिस्टेंट प्राेफेसराें के अनुभव प्रमाण पत्राें की जांच की जायेगी. इसके लिये संबंधित संस्थानाें काे इसी सप्ताह पत्र भेजा जायेगा. संस्थानाें से जाे साक्ष्य मिलेंगे, उसके आधार पर रिपाेर्ट बनाकर विभाग काे भेज दी जायेगी.
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