संवाददाता, पटना
कंकड़बाग थाने के अशोक नगर रोड नंबर 8 बी में रहने वाले छात्र वेणुगोपाल ने शुक्रवार को खुदकुशी कर ली. उसने गमछे से फांसी का फंदा बनाया और उसमें झूल गया. दरवाजा अंदर से बंद था, जिसके कारा पुलिस ने काफी मशक्कत से खोला. इसके बाद शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. घटनास्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला है. इस संबंध में कंकड़बाग थाने में केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है. वेणु मूल रूप से अरवल के मेहंदिया थाने के सोहसा गांव का रहने वाला था. वह पटना में रह कर जेइइ व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था. कंकड़बाग थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि मामला खुदकुशी का है.कॉल कर रहे थे परिजन, नहीं कर रहा था रिसीव
परिजन शुक्रवार की सुबह से उसे कॉल कर रहे थे. लेकिन वह रिसीव नहीं कर रहा था. इसके बाद परिजनों को शक हुआ. इसके बाद वेणुगोपाल के पिता मनोज कुमार शर्मा ने दानापुर में रहने वाले भांजे को उसके कमरे पर देखने के लिए भेजा. वह जब मकान में पहुंचा तो अंदर से दरवाजा बंद मिला. साथ ही खुदकुशी करने की जानकारी मिली. इसके बाद उसने वेणुगोपाल के पिता को पटना बुला लिया. पुलिस व परिजनों ने अंदर से बंद दरवाजा को खोला तो वेणुगोपाल फांसी के फंदे में लटक रहा था और मृत हो चुका था. पिता मनोज कुमार शर्मा ने पुलिस को जानकारी दी है कि गुरुवार की रात में वेणू से बात हुई थी. लेकिन उसने किसी तरह की परेशानी का जक्र नहीं किया था. उन्होंने बताया कि वे किसान हैं. वेणु उनका इकलौता बेटा था. एक बेटी भी है. वेणू गाेपाल को काफी उम्मीद से पटना पढ़ने के लिए भेजा था. उसने क्यों इतना बड़ा कदम उठा लिया, इस बात की जानकारी उन्हें नहीं है. उन्हें किसी पर शक नहीं है. उन्होंने बताया कि वेणु चार माह से पटना मं रह रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

