बिहारशरीफ. पटना में आयोजित संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार रैली को ऐतिहासिक और सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय लोक मोर्चा के कार्यकर्त्ता पूरे जोश और ऊर्जा के साथ जुटे. इसी कड़ी में नालंदा जिले से शुक्रवार को भारी संख्या में कार्यकर्त्ता पटना के लिए रवाना हुए. जिलाध्यक्ष सोनू कुशवाहा के नेतृत्व में निकले इस विशाल जत्थे में गाड़ियों का लंबा काफिला और हजारों समर्थक शामिल रहे. जिलाध्यक्ष सोनू कुशवाहा ने जानकारी देते हुए बताया कि अकेले नालंदा जिले से ही हजारों कार्यकर्त्ता और समर्थक पटना की ओर प्रस्थान किये. उन्होंने कहा कि रैली का उद्देश्य जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना और परिसीमन सुधार की मांग को बुलंद करना है, ताकि समाज के वंचित और उपेक्षित तबकों को न्याय मिल सके. कार्यकर्त्ताओं की रवानगी के दौरान पूरे इलाके में गजब का उत्साह देखने को मिला. जगह-जगह स्थानीय लोगों ने पार्टी के झंडे, बैनर और नारों के साथ पटना जा रहे कार्यकर्त्ताओं का स्वागत किया. कई स्थानों पर फूलमाला पहनाकर और नारे लगाकर लोगों ने उनका हौसला बढ़ाया. इस मौके पर जिलाध्यक्ष सोनू कुशवाहा ने कहा की यह रैली सिर्फ राजनीतिक प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह आम जनता के संवैधानिक अधिकारों और न्याय की लड़ाई है। हम चाहते हैं कि देश और राज्य के हाशिए पर खड़े समुदायों को बराबरी का अधिकार और उनका हक मिले. इसी उद्देश्य से हम पटना में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने आगे कहा कि यह आयोजन बिहार लेनिन शहीद जगदेव प्रसाद की शहादत दिवस पर हो रहा है. उन्होंने भावुक होकर कहा की अगर शहीद जगदेव की हत्या नहीं हुई होती तो वे बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होते. उन्होंने वंचित समाज के लिए जो सपना देखा था, उसी सपने को पूरा करने के लिए हम यह आंदोलन आगे बढ़ा रहे हैं. सोनू कुशवाहा ने नीतीश कुमार के बाद बिहार की राजनीति में उपेंद्र कुशवाहा को सबसे मजबूत विकल्प बताते हुए कहा कि आने वाले समय में उन्हें बिहार की बड़ी जिम्मेदारी मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि रैली के जरिए यह संदेश दिया गया कि बिहार में उपेंद्र कुशवाहा ही वह नेता हैं, जो सामाजिक न्याय और बराबरी की लड़ाई को मजबूती से आगे बढ़ा सकते हैं.
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