ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसा रोग है, जो अकसर लापरवाही के कारण एडवांस्ड स्टेज में पहुंच जाता है. उसके बाद इसके उपचार में काफी परेशानी होती है. अभी इसके िलए सर्जरी करनी पड1ती है और कीमोथेरेपी का सहारा लेना पड़ता है. उसमें भी सफलता की उम्मीद कम ही होती है.
हाल ही में वैज्ञानिकों को ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में सफलता मिली है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस नयी तकनीक से उपचार करने पर 11 दिनों के भीतर ही ब्रेस्ट कैंसर को खत्म िकया जा सकता है. इस तकनीक का ट्रायल हो चुका है और इसमें वैज्ञानिकों को काफी सफलता मिली है. दो दवाओं के कॉम्बिनेशनवाले इस इलाज में 11% मरीजों का ट्यूमर पूरी तरह से खत्म हो गया. 17% मरीजों का ट्यूमर घट कर काफी कम रह गया. कुल िमला कर 90 % मरीजों के कैंसर सेल्स के उत्पादन में भारी कमी देखी गयी.
अत: रोग का पता यदि शुरू में चल जाये और सर्जरी से पहले सीधे यह दवा देनी शुरू कर दी जाये, तो इसका असर शुरू हो जाता है. इस दवा को लेने के बाद कीमोथेरपी की जरूरत नहीं पड़ती है.
यह रिसर्च मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में िकया गया है. इस िरसर्च का नेतृत्व यहां के सर्जिकल आॅन्कोलॉजी के प्रोफेसर नाइजेल बड्रेड ने िकया है. उन्होंने एम्सटरडम में यूरोपियन ब्रेस्ट कैंसर कॉन्फ्रेंस में इस स्टडी को प्रेजेंट किया. हालांिक रिसर्चरों के अनुसार अभी इस तकनीक को सामान्य रूप से प्रयोग में लाने के लिए कुछ और ट्रायल की भी जरूरत है. सॉलिड ट्यूमर्स का 11 दिन में गायब हो जाना सामान्य बात नहीं है. इस कारण वैज्ञानिकों को काफी आश्चर्य हो रहा है. अत: यह जानना जरूरी है िक इस दवा का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं है.
